हम पाठकों की सुविधा, समयाभाव एवं कालगत दोषों को दृष्टिगत रखकर नवरात्रि में स्मरण जप के लिए कुछ सरल प्रयोग-मंत्र दे रहे हैं। विश्वास एवं निष्ठा के साथ इन्हीं मंत्रों से पूजा-प्रार्थना करने से माता भगवती न केवल प्रसन्न होती है, वरन् उसकी दुर्लभ मनोकामना भी पूरी करती है।
4. अजा, अनादि शक्ति अविनाशिनी सदा शंभु अरघंग निवासिनी
जगसंभव पालन कारिनी निज इच्छा लीला वपु धारिणी।
5. उद्भव स्थिति संहार कारिणिम क्लेश
हारिणिम सर्वश्रे यस्करीसीतां, न तोऽहंरामवल्ले भाम।