समस्त संकटों का नाश करेंगे श्रीहरि विष्णु के 10 पावन मंत्र...

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देवशयनी एकादशी से चार माह के लिए भगवान विष्णु शयनगार में चले जाते हैं। इन दिनों भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करना विशेष फलदायी रहता है। 
 
पौराणिक शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु जगत का पालन करने वाले देवता हैं। उनका स्वरूप शांत और आनंदमयी है। प्रतिदिन भगवान श्रीहरि विष्णु का स्मरण करने से जीवन के समस्त संकटों का नाश होता है तथा धन-वैभव की प्राप्ति होती है। यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं श्रीहरि विष्णु के विविध मंत्र, जिनका जाप कर धन-वैभव एवं संपन्नता पाई जा सकती हैं। 

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श्रीहरि विष्णु के पावन मंत्र... 
 
* शीघ्र फलदायी मंत्र  
 
1. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
 
2. श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे।
  हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।
 
3. ॐ नारायणाय विद्महे।
 वासुदेवाय धीमहि।
 तन्नो विष्णु प्रचोदयात्।।
 
4. ॐ विष्णवे नम:
 
5. ॐ हूं विष्णवे नम:
 
 

 


* धन-वैभव एवं संपन्नता पाने का विशेष मंत्र 
 
6. ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि। 
ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।
 
* लक्ष्मी विनायक मंत्र - 
 
7.  दन्ताभये चक्र दरो दधानं,
कराग्रगस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया
लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
 
* सरल जाप मंत्र - 
 
8. ॐ नमो नारायण। श्री मन नारायण नारायण हरि हरि। 
 
* विष्णु के पंचरूप मंत्र -
 
9. - ॐ अं वासुदेवाय नम:
- ॐ आं संकर्षणाय नम:
- ॐ अं प्रद्युम्नाय नम:
- ॐ अ: अनिरुद्धाय नम:
- ॐ नारायणाय नम:
 
10. ॐ ह्रीं कार्तविर्यार्जुनो नाम राजा बाहु सहस्त्रवान।
यस्य स्मरेण मात्रेण ह्रतं नष्‍टं च लभ्यते।। 
 
विशेष : खास कर गुरुवार के दिन भगवान विष्णु का स्मरण कर 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप करना फलदायी रहता है। 
 

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