सरसों के तेल में सिके गेहूं के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूए, सात मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तैल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे के कोने पर रखें, बीच में नहीं और कहें -“हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूं कृपया मेरा पीछा ना करना। सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें।