Budh gochar 2025: 24 अक्टूबर 2025 से बुध ग्रह वृश्चिक राशि में गोचर कर रहे हैं। इस गोचर के चलते मेष, मिथुन, सिंह, तुला, मकर और कुंभ राशि के जातकों को इससे लाभ मिल रहा है परंतु 3 राशियों को संभलकर रहना होगा अन्यथा कोई नुकसान उठाना पड़ सकता है। आओ जानते हैं कि कौनसी हैं वे 3 राशियां।
वृषभ राशि (Taurus) ♉
बुध आपके दूसरे और पंचम भाव के स्वामी हैं और गोचर करके सातवें भाव में रहेंगे। यह गोचर सामान्यतः सकारात्मकता की उम्मीद कम रखने की सलाह देता है।
रिश्ते: पंचमेश के सप्तम भाव में आने से रिलेशनशिप में गंभीर लोगों को कुछ अच्छे परिणाम मिल सकते हैं, लेकिन शुरुआती नकारात्मक प्रभावों के कारण प्रेम संबंधों में जोखिम लेना ठीक नहीं है। प्रेम व्यक्त करने के लिए शालीनता से बात करें।
विवाह/व्यापार: जीवनसाथी के साथ तालमेल बिठाना ज़रूरी रहेगा। व्यापार में जोखिम लेने से बचें।
स्वास्थ्य/अन्य: कभी-कभी शरीर में दर्द हो सकता है। शासन-प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ तालमेल बिठाना ज़रूरी है। यात्राओं से बचें।
कर्क राशि (Cancer) ♋
बुध आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और गोचर करके पांचवें भाव में आ रहे हैं। यह स्थिति अच्छी नहीं मानी जाती, इसलिए सावधानी ज़रूरी है।
मन/भाग्य: भाग्य स्थान का स्वामी (गुरु) पहले भाव में उच्च होकर बुध को देखेंगे, जिससे अशांति के बाद मन शांत हो सकेगा।
संतान/योजना: संतान संबंधी छोटी-मोटी परेशानियों का समाधान ढूंढ लेंगे। यह गोचर योजनाओं में असफलता दे सकता है, इसलिए बड़ी योजना बनाने से बचें।
आर्थिक स्थिति: यह आर्थिक चिंताएं दे सकता है, इसलिए खर्चों से बचना उत्तम रहेगा।
कन्या राशि (Virgo) ♍
बुध आपके राशि स्वामी होने के साथ कर्म स्थान (दसवें भाव) के स्वामी हैं और गोचर करके तीसरे भाव में जा रहे हैं।
आत्मविश्वास: राशि स्वामी के तीसरे भाव में जाने से आपका कॉन्फिडेंस अच्छा रह सकता है, लेकिन ओवरकॉन्फिडेंस से बचें।
कार्य/यात्रा: कर्मेश के तीसरे भाव में आने से काम से संबंधित यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। ये यात्राएं थोड़ी कठिनाई भरी हो सकती हैं, पर लाभदायक रहेंगी।
अन्य: यह गोचर नए मित्र बनाने में सकारात्मक भूमिका निभा सकता है।
वृश्चिक राशि (Scorpio) ♏
बुध आपके आठवें भाव और लाभ भाव के स्वामी हैं और गोचर करके प्रथम भाव (लग्न) में प्रवेश करेंगे। पहले भाव में बुध का गोचर अच्छा नहीं माना जाता, खासकर आठवें भाव के स्वामी के रूप में।
स्वास्थ्य/सुरक्षा: स्वास्थ्य का खास ख्याल रखें। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और ड्राइविंग करते समय फोन पर बात न करें।
व्यवहार: किसी की निंदा न करें और निंदा करने वाले लोगों से दूर रहें।
अर्थ/लाभ: आर्थिक मामलों में सावधानी बरतें और सबका सम्मान करें। लाभेश के पहले भाव में आने से कुछ मामलों में लाभ मिल सकता है, फिर भी सजग रहना ज़रूरी है।
धनु राशि (Sagittarius) ♐
बुध आपके सातवें और दसवें भाव के स्वामी हैं और गोचर करके बारहवें भाव में जा रहे हैं, जिसे अच्छा नहीं माना जाता है।
कार्यक्षेत्र: कर्मेश (दसवें भाव का स्वामी) बारहवें भाव में है, इसलिए कार्यक्षेत्र को लेकर कोई जोखिम न लें। सहकर्मियों और वरिष्ठों के साथ तालमेल बनाए रखें। विदेश से संबंधित मामलों में कुछ अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
रिश्ते/स्वास्थ्य: सप्तमेश (सातवें भाव का स्वामी) बारहवें भाव में गया है, इसलिए जीवनसाथी के साथ संबंधों का ध्यान रखें। स्वयं के और पार्टनर के स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
अन्य: व्यर्थ की यात्राओं से बचें। स्वयं को तनावमुक्त रखें। विद्यार्थियों को पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है और प्रतिस्पर्धियों से सजग रहें।