ग्रहण में द्वादश राशियों के मंत्र जाप

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ग्रहण के पूर्व, मध्य और मोक्ष में पूजन-अनुष्ठान करने की प्राचीन परंपरा हैं। लेकिन राशि के अनुसार ग्रहण के दौरान पूजन किया जाए तो इससे दोष का निवारण होकर शुभ फल की प्राप्ति होती है।

मेष- अचानक यात्रा, शुभ समाचार की प्राप्ति।
* उपाय- तिल, गु़ड़ का दान व 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' का जाप करें।

वृष- वाद-विवाद से बचें, नए कार्यों में रुकावट, खर्च बढ़ेगा।
* उपाय- कंबल व गर्म वस्त्र का दान, इष्ट मंत्र का जाप व 'ॐ भुवन भास्कराय नमः' का जाप करें।

* मिथुन- दाम्पत्य जीवन में तनाव, क्रोध, चिड़चिड़ापन।
* उपाय- ग्रहण के बाद गाय को चारा खिलाएँ, गरीबों को भोजन दें। 'ॐ सूर्याय नमः' का जाप करें।

कर्क- परिजनों में मतभेद, वाहन सावधानी से चलाएँ।
* उपाय- सुन्दरकाण्ड का पाठ, मछलियों को दाना चुगाएँ, घी, गु़ड़ का दान और हनुमान चालीसा का पाठ करें।

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सिंह- विद्या प्राप्ति, रुके कार्य बनेंगे, शुभ यात्रा।
* उपाय- शहद, गु़ड़ व लाल फल का दान, दुर्गाजी की आराधना करें।

कन्या- प्रतिष्ठा में आघात, अत्याधिक भरोसे से बचें।
* उपाय- तुलादान, कस्तूरी, सफेद तिल व गु़ड़ दान करें। 'ॐ विष्णवे नमः' का जाप करें।

तुला- दुर्घटना, धन हानि, विरोध बढ़ेगा।
* उपाय- गौदान, गर्म वस्त्र, विद्यादान और 'ॐ हं हनुमतये नमः' का जाप करें।

वृश्चिक- जमीन-जायदाद की खरीदी, तीर्थ यात्रा, नए कार्य की शुरुआत होगी।
* उपाय- मिष्ठान्न, दूध, सफेद तिल, गेहूं का दान करें। 'ॐ सूर्याय नमः' का जाप करें।

धनु- नौकरी में अवरोध, विवाद बढ़ेगा, खर्च होगा।
* उपाय- तिल, गु़ड़, घी, शहद का दान करें। 'ॐ घृणि सूर्याय नमः' का जाप करें।

मकर- अनिष्ट की आशंका, बैर-विरोध, धन-हानि।
* उपाय- तुलादान, कंबल, गेहूं, गौदान 'ॐ आदित्याय नमः' व गुरुमंत्र का जाप करें।

कुंभ- सुख की प्राप्ति, किसी की सलाह लेकर कोई कार्य न करें।
* उपाय- गु़ड़, शहद, तिल का दान व 'ॐ नीलकंठाय नमः' का जाप करें।

मीन- राजकीय कार्य बनेंगे, दिल-दिमाग में शांति।
* उपाय- धार्मिक पुस्तक का दान, चने की दाल व गु़ड़ का दान। 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' का जाप करें।

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