सिंह में गुरु का प्रवेश कैसा होगा देश के लिए

गुरु का सिंह में प्रवेश 14 जुलाई को प्रातः 7.30 मिनट पर हो गया है। गुरु भारत के वृषभ लग्न से चतुर्थ भाव से भ्रमण कर रहा है। गुरु इस लग्न में अष्टमेश होकर एकादशेश भी रहेगा। इस समय भारत के खजाने में आशातीत वृद्धि होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। 



क्यों नहीं होता विवाह सिंहस्थ गुरु दोष में...
 

 
भारत भूमि के लिए निश्चय ही लाभदायी समय व्यतीत होगा। भारत की जनता लाभान्वित होगी। प्रारंभ के 6 माह काफी सावधानियों के रहेंगे। इसके बाद गुरु का उत्तम फल देश के लिए रहेगा। अभी राजनेताओं के लिए संकट का समय भी रहेगा। 
 
 

 


गुरु का अष्टमेश होने से भारत की आय में प्रारंभ के 6 माह में कमी भी रहेगी। शेयर मार्केट में उतार- चढ़ाव रहेगा। पीली वस्तुओं के भावों में नरमी-गरमी का रुख रहेगा। 6 माह बाद के समय गुरु शुभ परिणाम देगा।
 
भारत के प्रधानमंत्री के दशम भाव से भ्रमण करने पर द्वितीयेश व पंचमेश होने से वाणी के प्रभाव से कार्य में सफल रहेंगे वहीं देशहित में कुछ महत्वपूर्ण निर्णय भी लेना पड़ सकते हैं। 
 
आर्थिक मामलों में प्रधानमंत्री भारत की दूरगामी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में सक्षम होंगे। शत्रु पक्ष को अपनी नीति द्वारा शांत करने में सफल भी होंगे। भारत व मोदी के लिए गुरु का सिंह से गोचर भ्रमण लाभदायक रहेगा।

 

वेबदुनिया पर पढ़ें