एक राशि में 13 माह रहने वाले बृहस्पति की उच्च राशि के अलावा 2, 5, 9, 12वें भाव में हो या गोचर करे तो शुभ फल देता। गुरु कर्क में उच्च, मकर में नीच का होता है अर्थात चौथी राशि में उच्च और दसवीं राशि में नीच का होता है इस परह चौथे भाव में उच्च और दसवें भाव में नीच का होता है।
6 राशियों के लिए रहेगा शुभ : गुरु का अस्त होना वृषभ, मिथुन, तुला, धनु, मकर और कुंभ राशि के लिए बहुत लाभदायी साबित होगा। भविष्य में बड़ा फायदा हो सकता है। नौकरी और कारोबार में तरक्की के बड़े योग बनेंगे। मां लक्ष्मी जमकर मेहरबान होंगी और खूब सुख-समृद्धि देंगी.
इन 4 राशियों को रहना होगा सतर्क : गुरु के अस्त होने पर कर्क, कन्या, वृश्चिक और मीन राशि वालों को सावधान रहना होगा, क्योंकि कोई नुकसान हो सकता है या जीवन में कुछ नकारात्मक घट सकता है। जैसे किसी से विवाद, घटना, दुर्घटना, धन हानि, नौकरी में समस्या, व्यापार में घाटा आदि।