1. मेष राशि: मेष राशि वालों के लिए शनि का गोचर एकादश भाव में रहेगा तथा एकादश भाव में शनि के अस्त होने से व्यक्ति के पराक्रम में कमी आएगी तथा धन हानि का योग भी बनेगा। शनि के अस्त के प्रभाव से मेष राशि वालों के स्वास्थ्य में भी परेशानी आ सकती है अतः यह लोग हनुमान चालीसा का पाठ नित्य करें, जिससे शनि का प्रभाव कम होगा।
2. मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए शनि के अस्त होने से भाग्य की हानि होगी तथा इन लोगों को भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। शनि के अस्त होने से व्यक्ति के भाई-बहनों से पारिवारिक विवाद हो सकते हैं तथा मानसिक अशांति तथा तनाव का भी सामना करना पड़ सकता है। शनि के अस्त होने से फिजूल खर्ची बढ़ेगी अतः इसके प्रभाव से बचने के लिए शिव जी के जल चढ़ाएं।
4. मकर राशि: मकर राशि वालों के लिए शनि का गोचर द्वितीय भाव में है। शनि के अस्त होने से इनके जीवन में आर्थिक परेशानियां तथा कुटुंब के लोगों से विवाद हो सकता है। मकर राशि वालों को अपनी वाणी की वजह से धन हानि हो सकती है। शनि के प्रभाव से मकर राशि वाले लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित रहेगा। मकर राशि वाले लोग शनि के प्रभाव को कम करने के लिए हर शनिवार को सुंदरकांड का पाठ करें।