surya ka makar rashi mein pravesh 2025: सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति काल कहा जाता है।वर्तमान में सूर्य धनु राशि पर गोचर कर रहे हैं सूर्य का संक्रांति काल 14 जनवरी को हुआ था जब सूर्य धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश किया। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही उत्तरायण का प्रारंभ हो गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य का उत्तरायण में प्रवेश करना धर्म, दान, पुण्य के लिए उत्तम माना जाता है तथा इस दिवस को मकर संक्रांति पर्व के रूप में मनाया जाता है। मकर संक्रांति पर्व के बाद में मल मास भी समाप्त हो गया है तथा पुनः मांगलिक कार्य प्रारंभ हो चले हैं। सूर्य का गोचर अपने नैसर्गिक एवं परम शत्रु शनि के घर में हुआ है जिस वजह से इसका अनुकूल एवं प्रतिकूल प्रभाव सभी 12 राशियों पर रहेगा, 12 राशियों पर सूर्य का शुभ अशुभ प्रभाव इस प्रकार रहेगा।ALSO READ: शुक्र का अपनी उच्च राशि मीन में गोचर, 6 राशियों की चमकेगी किस्मत, होगी समृद्धि में वृद्धि
1. मेष राशि: मेष राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर दशम भाव अर्थात मकर राशि पर होगा, इसके फलस्वरुप मेष राशि वालों को कार्य क्षेत्र में रुकावट या परेशानी आ सकती है तथा सूर्य के प्रभाव के कारण पिता के स्वास्थ्य में प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
2. वृषभ राशि : वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर नवम भाव में रहेगा, नवम भाव में सूर्य के रहने से जातक धार्मिक कार्यों में सक्रिय रहेंगे तथा पराक्रम में वृद्धि हो सकती है।
3. मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर अष्टम भाव में रहेगा, सूर्य के अष्टम भाव में रहने से पराक्रम में कमी आएगी तथा छोटे भाई बहनों के साथ में मतभेद हो सकते हैं एवं मिथुन राशि वालों को आंखों की समस्या भी आ सकती है।
4. कर्क राशि: कर्क राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर सप्तम भाव में रहेगा इसके प्रभाव से जातक का अपने जीवन साथी के साथ में मतभेद बढ़ सकते हैं तथा अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता ज्यादा रहेगी एवं स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा।ALSO READ: मंगल का मिथुन राशि में गोचर, इन 4 राशि वालों की चमकेगी किस्मत
5. सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर छठे भाव में रहेगा इसके प्रभाव से जातक के आत्मविश्वास में कमी होगी तथा इन राशि वाले लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है, परंतु शत्रु पक्ष निर्बल रहेगा।
6. कन्या राशि: कन्या राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर पंचम भाव में रहेगा इसके प्रभाव से इन राशि वालों की कार्य सिद्धि में रुकावटें होगी तथा संतान की चिंता ज्यादा रहेगी. सूर्य के कारण आय के स्त्रोत में भी परेशानी हो सकती है।
7. तुला राशि: तुला राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर चतुर्थ भाव में रहेगा, चतुर्थ भाव में सूर्य के रहने के कारण तुला राशि वालों की माता का स्वास्थ्य खराब हो सकता है तथा मित्रों के साथ विवाद हो सकता है लेकिन इन राशि वालों को जमीन जायदाद का पूरा लाभ मिलेगा।
8. वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर तृतीय भाव में होगा इसके प्रभाव से जातक के मान, सम्मान, प्रतिष्ठा, पराक्रम में वृद्धि होगी तथा जातक धार्मिक कार्यों में रुचि रखेगा, लेकिन भाई बहनों के साथ में मतभेद हो सकते हैं।ALSO READ: बुध का मकर राशि में गोचर, 3 राशियों को नौकरी और व्यापार में आएगी परेशानी
9. धनु राशि: धनु राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर द्तीय भाव में रहेगा, इसके प्रभाव से इन राशि वालों को सतर्क रहना चाहिए, किसी तरह की धन हानि हो सकती है तथा इन राशि वालों को अनावश्यक लेनदेन से बचना चाहिए।
10. मकर राशि: मकर राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर लग्न भाव में रहेगा, इसके प्रभाव से इन राशि वालों को माइग्रेन, सर दर्द की परेशानी हो सकती है तथा व्यर्थ का विवाद हो सकता है जीवनसाथी के साथ में भी तालमेल बनाकर चलना पड़ेगा अन्यथा तनाव हो सकता है।
11. कुंभ राशि: कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर द्वादश भाव में रहेगा, इसके प्रभाव से इन राशि वालों के आत्मविश्वास में कमी आएगी तथा आंखों की समस्या हो सकती है एवं मान सम्मान में भी कमी रहेगी।
12. मीन राशि: मीन राशि वालों के लिए सूर्य का गोचर एकादश भाव में रहेगा, इसके प्रभाव से इन राशि वालों के पराक्रम में वृद्धि होगी तथा आय के स्त्रोत बढ़ सकते हैं एवं इन राशि वालों का शत्रु पक्ष निर्बल रहेगा।