मीन-स्वभावगत कमियां
मीन राशि के जातक अच्छी योजनाएं बना सकते हैं लेकिन उत्साहहीनता के कारण उन्हें क्रियान्वित नहीं कर पाते हैं। ये भविष्य के प्रति हमेशा आशंकित रहते हैं। ये अपने मित्रों की किसी भी सलाह को मान लेते हैं और इससे हानि उठाते हैं।इनमें मानसिक अस्थिरता की भावना पाई जाती है। ये अत्यधिक उतावले एवं अति भावुकता होते हैं। ये बिना सोच समझे और बिना सूक्ष्म विश्लेषण किए कोई निर्णय ले लेते हैं। इनकी शंकालु प्रवृत्ति हानि का कारण बन जाती है। कमियों से बचने के उपाय मीन राशि वाले व्यक्तियों को जब भी जीवन में किसी प्रकार का कष्ट पहुंचे, तो उस समय पुष्पराज, गोमेद या मोती की अंगूठी धारण करें अथवाभारंगी के झाड़ की जड़ पास में रखें तो भी कष्ट दूर हो जाएगा। गुरुवार व सोमवार का उपवास रखें सत्यनारायण की पूजा करें अथवा जीवन में एक बार सोलह सोमवार का व्रत अवश्य करें। सप्तशती का पाठ कराना तथा कुल देवता के दर्शन व पूजा करना भी श्रेष्ठ फल देने वाला होता है। गायत्री का जप करना आपके लिए अमृत तुल्य बना रहेगा। ऐसा हमारा अनुभव है। गुरुवार का व्रत सदैव लाभप्रद है। कांसा, चने की दाल, खांड, घी, पीला कपड़ा, पीले फूल, हल्दी, पुस्तक, पीला फल आदि का दान शुभ फलप्रद है। 'ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः बृहस्पते नमः' - इस मंत्र का 19,000 जाप करना मनोकामना पूर्ण करने में सहायक है।।