गाना बज रहा था छत पर सोया था बहनोई राणा जी मुझे माफ करना.... तो सवाल यह उठता है कि जब बहनोई छत पर सोया था तो भला वो क्यों गई छत पर और अब राणा जी क्यों...
तुम खुदा के यहां मेरी बात जरूर सुनना आयशा...तुम्हें इतना कमजोर हरगिज़ नहीं होना था एक उसी हरजाई के लिए अपना जीवन समाप्त करने की भूल क्यों कर बैठी...? इतनी...