दिल्ली में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की 22 कहानियों का 22 भारतीय भाषाओं में मंचन का कीर्तिमान रचा गया है। बड़ी बात ये है कि सभी 22 नाटकों का नानस्टॉप मंचन... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	इंदौर में पत्रकारिता, खेल और कला-संस्कृति में अभिरुचि का एक और स्तंभ ढह गया। इंदौर की पत्रकारिता को राष्ट्रीय स्तर पर एक नई ऊँचाई पर पहुँचाने वाले पद्मश्री... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	नेताजी भारत को आजाद कराने के अपने संघर्ष में लगातार वक्त के मुताबिक रणनीतियां बना रहे थे, जब उन्हें लगा कि जर्मनी में रहते हुए देश की आज़ादी के काम को आगे... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	नेताजी सुभाष चंद्र बोस की दृष्टि कितनी वृहद थी, उनकी सोच कितनी व्यापक थी, आज यह सब सोचकर हैरानी होती है। सोचिए आज से सौ साल पहले जब संपर्क के लिए मोबाइल... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	जगजीत सिंह के निधन के बाद उनके जन्म स्थान श्री गंगानगर में हज़ारों घरों में चूल्हे तक नहीं जले। सौ से ज्यादा शोक सभाएं आयोजित हुईं। ट्रैक्टर में भर-भरकर... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	महात्मा गांधी कहा करते थे, ‘अगर मुझे एक दिन के लिए डिक्टेटर बना दिया जाए तो मैं बिना मुआवज़े के शराब की सारी दुकानें बंद कराना चाहूंगा’। सवाल ये है कि... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	इस साल हम आज़ादी का 75वां साल मना रहे हैं। इस अमृत महोत्सव में हम उत्सव के किस दौर से गुज़र रहे हैं, यह बताने की ज़रूरत नहीं है। स्वतंत्रता संग्राम के... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	दर्शकों की लंबी-लंबी कतारें। 11 पीवीआर सहित कुल 13 स्क्रीन्स पर बेहतरीन फिल्मों का प्रदर्शन। 55 देशों की 200 से अधिक फिल्मों की दावत। देशी और विदेशी फिल्मों... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	किसी भी अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह को व्यवस्थित रूप से आयोजित करने के लिए कम से कम 6 महीने तक निरंतर तैयारी की ज़रूरी होती है, परंतु हमने 13 वें बेंगलुरु... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	हाल ही में मध्यप्रदेश सरकार के संस्कृति विभाग द्वारा कालिदास सम्मान दिए जाने की घोषणा हुई है। कालिदास सम्मान मिलने पर प्रो. वामन केंद्रे से वेबदुनिया की... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	नर्मदा प्रसाद उपाध्याय हिन्दी का ऐसा नाम हैं जिन्हें साहित्य,कला और संस्कृति के विभिन्न अनुशासनों में अध्ययन और सर्जनात्मक योगदान के लिये जाना जाता है।... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	अंतिम यात्रा..! यह मेरी नई फिल्म का नाम है। इसी की तैयारियां चल रही हैं। इसकी स्क्रिप्ट तकरीबन लिख चुका हूं। फिल्म की शूटिंग सर्दियों में करना चाहता हूं।... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	क़िताब डायरी शैली में ही लिखी गई है,जिसमें लेखिका डायरी से ही हॉस्टल की बातें करती हैं। डायरी 26 जून 1999 की रात में लिखे गये पहले पन्ने से शुरू होकर 12... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	आज ना कोहिनूर रहा, ना रही जान, ना साहब रहे! दिलीप कुमार के निधन के साथ ही आज मुहब्बत में समर्पित जीवन की एक बेमिसाल कहानी भी जैसे थम गई। सायरा बानो अभिनय... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	रमज़ान के पवित्र महीने में ख़ुदा के कुछ नेक बंदे कोविड मरीजों की सेवा कर इंसानियत का धर्म निभा रहे हैं। ये फरिश्ते एक सच्चे हिंदुस्तानी होने का फर्ज अदा... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	उन्होंने गुलारा बेगम, बेगम ज़ैनाबादी,पाटलिपुत्र की साम्राज्ञी,गंधर्व सेन जैसे चर्चित उपन्यास लिखे, साथ ही उनके आठ कहानी संग्रह भी छप चुके हैं। उनके लेखन... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	प्रसिद्ध रेडियो उद्घोषक अमीन सायानी एकदम स्वस्थ हैं। उनके निधन की खबरें अफवाह है। कृपया उनके निधन से जुड़ी फेक पोस्ट सर्कुलेट न कीजिए। यह बात मुंबई से... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	राहत इंदौरी का जाना एक युग का अवसान है। एक ऐसा ज़िंदादिल इंसान और बेबाक लहजे का शायर; जो आज कविता या मुशायरे के मंच से गुम हो चला है। बेशक हिंदुस्तान और... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	राहत इंदौरी का जाना एक युग का अवसान है। एक ऐसा ज़िंदादिल इंसान और बेबाक लहजे का शायर; जो आज कविता या मुशायरे के मंच से गुम हो चला है। बेशक हिंदुस्तान और... 
       			
          
         
	    		 
            	
                
                
				
                   	जहालत दिखाने वाले दूसरे कुछ समुदायों की तरह मुस्लिम समाज के लोग भी रहे, इसलिए इस विषय में मशहूर शायर और शिक्षाविद् डॉ. राहत इंदौरी से बात की गई। बरसों...