हाइड्रोजन कार को देश का फ्यूचर कहा जा रहा है। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी हाइड्रोजन कार को प्रमोट किया है। अब कंपनियां हाइड्रोजन कारों की तरफ जा रही है। हाइड्रोजन फ्यूल के रूप में एक अच्छा विकल्प हो सकता है। गडकरी ने खुद कार कंपनियों से कहा है कि वे ऐसे फ्लेक्स फ्लूल इंजन तैयार करें, जिससे ईंधन के किसी भी विकल्प से उसे चलाया जा सके। नितिन गडकरी खुद हाइड्रोजन कार का उपयोग करते हैं। उसका नाम टायोटा मिराई है और ' मिराई' शब्द जापानी है, जिसका मतलब भविष्य है।
अब बीएमडब्ल्यू भी हाइड्रोजन कार लाने की तैयारी कर रही है। इसकी जानकारी कंपनी ने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। कंपनी के मुताबिक हाईड्रोजन चलित कारों की तकनीक की ओर बीएमडब्ल्यू तेजी से आगे बढ़ रही है। कंपनी के अनुसार वह इस साल के आखिर तक हाइड्रोजन कारों की एक छोटी सीरीज बीएमडब्ल्यू iX5 को रिलीज करेगी। इसमें कार कार की टेस्टिंग और परफॉर्मेंस की जांच की जाएगी।
कैसे काम करती है तकनीक : हाइड्रोजन कार को चलाने के लिए इलेक्ट्रिसिटी आवश्यकता नहीं होती है। इन कारों में इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट करने के लिए फ्यूल सेल की जरूरत पड़ती है, जो इलेक्ट्रिसिटी जेनरेट करने में सहायता करता है। ये फ्यूल सेल वायुमंडल में उपस्थित ऑक्सीजन और इसके ईंधन टैंक में भरे हाइड्रोजन के बीच केमिकल रिएक्शन करा कर इलेक्ट्रिक पैदा करते हैं।