मंगलवार को सुबह 6:05 के शुभ मुहूर्त में अक्षय नवमी के लगते ही श्रद्धालुओं ने परिक्रमा शुरू कर दी। करीब 42 किलोमीटर की अयोध्या की यह परिक्रमा श्रद्धालुओं के लिए बहुत ही महत्व रखता है। देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हुए हैं। लोगों के मन में आस्था का भाव इस कदर है की नंगे पाव परिक्रमा कर रहे हैं।
14 कोसी परिक्रमा को लेकर जिला प्रशासन ने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। कार्तिक मेला है 14 कोसी परिक्रमा, पंचकोशी परिक्रमा और कार्तिक स्नान को लेकर आईजी रेंज डॉ. संजीव गुप्ता ने अयोध्या में पुलिसकर्मियों की ब्रीफिंग भी की। परिक्रमा मार्ग पर ड्रोन कैमरे के माध्यम से निगरानी की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में यह परिक्रमा की जाती है। श्रद्धालुओं का मानना है कि इससे सुख-समृद्धि आती और सरयू नदी में स्नान करने से पाप नष्ट होते हैं। इस यात्रा मार्ग में वह मार्ग भी शामिल है, जिससे राम वन के लिए गए थे और वनवास की अवधि पूर्ण होने के बाद अयोध्या लौटे थे।