Ayodhya में राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह, यादगार बनाने में जुटे दिल्ली के मंदिर

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 5 जनवरी 2024 (16:45 IST)
Consecration ceremony of Ram temple in Ayodhya : अयोध्या (Ayodhya) में 22 जनवरी को राम मंदिर (Ram temple) में होने वाले प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर न केवल वहां, बल्कि दिल्ली में भी हर्षोल्लास चरम पर है। राष्ट्रीय राजधानी (national capital) के मंदिर भी इस ऐतिहासिक (historical) पल को यादगार बनाने की तैयारी में जुटे हैं।
 
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोगों से इस दिन को 'दीपावली' की भांति मनाने के लिए अपने घरों में विशेष दीये 'श्रीराम ज्योति' जलाने की अपील की है। दिल्ली में मंदिरों को इस विशेष अवसर पर प्रकाश, सजावट, दीयों और फूलों से सजाया जाएगा। झंडेवालान मंदिर के न्यासी रवीन्द्र गोयल ने कहा कि यह मंदिर इस दिन दिवाली मनाएगा और सभी अनुष्ठान किए जाएंगे।

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गोयल ने कहा कि झंडेवालान मंदिर 15 जनवरी के मकर संक्राति के दिन से अगले डेढ़ महीने तक अयोध्या में सामुदायिक रसोई घर का आयोजन करेगा। उन्होंने बताया कि उस दिन सजावट, दीपमाला, दिनभर भक्ति संगीत और पूजा-अर्चना की जाएगी। दाती महाराज ने कहा कि असोला में श्री सिद्ध शक्तिपीठ शनिधाम मंदिर परिसर के अंदर मंदिर का निर्माण चल रहा है।
 
दिल्ली में भी प्रभु श्रीराम की प्रतिमा स्थापित होगी : उन्होंने कहा कि जिस दिन अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह होगा, उसी दिन इस मंदिर में भी प्रभु श्रीराम की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि 17 जनवरी से असोला के नए मंदिर में विभिन्न कार्यक्रम शुरू होंगे जिनका समापन अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दिन 22 जनवरी को होगा।

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2019 में श्रीराम मंदिर के निर्माण के पक्ष में फैसला सुनाया था : उच्चतम न्यायालय ने 2019 में अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के पक्ष में फैसला सुनाया था। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में होने वाले 'प्राण-प्रतिष्ठा' समारोह के लिए इस धर्मनगरी को विशेष तरीके से सजाया-संवारा जा रहा है।
 
यहां लोधी रोड पर स्थित श्रीराम मंदिर के मंदिर प्रबंधन के प्रवक्ता अजीत झा ने कहा कि उनके मंदिर में प्रतिमाओं को फूलों से सजाया जाएगा तथा सुबह और शाम को प्रार्थना की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के द्वारों को दक्षिण की परंपरा के अनुसार केले के पेड़ से सजाया जाएगा।
 
पंडित लोकेश ने बताया कि कालका मंदिर में दिवाली मनाई जाएगी तथा पूजनोत्सव की रीतियों और मंदिर की सजावट पर विशेष बल दिया जाएगा। कालकाजी मंदिर समिति इस समारोह के सिलसिले में 12 जनवरी को एक बैठक करेगा तथा 22 जनवरी के कार्यक्रम के लिए सजावट का काम तीव्र गति से जारी है।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

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