कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, अधीर रंजन चौधरी और राहुल गांधी को अयोध्या से निमंत्रण मिला है, लेकिन उन्होंने कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर हामी नहीं भरी है। राहुल तो उस समय भारत न्याय यात्रा पर रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि सीपीआई (एम) नेता वृंदा करात (Brinda Karat) ने कहा कि सीपीआई (एम) पार्टी इस समारोह से दूरी बनाने का ऐलान कर चुकी हैं। सीताराम येचुरी ने भी समारोह से दूरी बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि मैं नहीं जाऊंगा, जिसे जाना है जाए। करात ने आगे कहा कि धर्म को राजनीतिक हथियार बनाना सही नहीं है। हिंदुस्तान की जो सत्ता है वो किसी धार्मिक रंग की नहीं होनी चाहिए।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी, 2024 को होगी। इसे लेकर अयोध्या में बड़ी तैयारी चल रही है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान होंगे। इस अवसर पर अयोध्या करीब 25 लाख लोगों के आने की संभावना है।