अब तक राममंदिर के भूमिपूजन के मूहुर्त पर सवाल उठाने वाले दिग्विजय सिंह अब ट्वीट कर लिखा कि हमारी आस्था के केंद्र में भगवान राम ही हैं और आज समूचा देश भी राम भरोसे ही चल रहा है। इसलिए हम सबकी आकांक्षा है जल्स से जल्द एक भव्य मंदिर अयोध्या रामजन्म भूमि पर बने और रामलला वहां विराजे। स्व. राजीव गांधी भी यही चाहते थे। वहीं दिग्विजय सिंह ने आज फिर मंदिर के शिलान्यास के मुहूर्त पर सवाल उठाते इसे सीधे सीधे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बताया।
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर राममंदिर आंदोलन से जुड़े भाजपा के फायर ब्रांड नेता जयभान सिंह पवैया ने भड़कते हुए कहा कि राममंदिर के निर्माण के लिए कांग्रेसियों के समर्थन या विरोध का अब मायना ही क्या है। फैसला आने के पहले इसमें से कौन सा माई का लाल है जिसने राममंदिर गर्भगृह पर ही बनने का दावा किया हो। आतंकियों के वध पर रोने वाले, आप कारसेवकों के बलिदान पर एक शब्द भी नहीं बोलते है।
दूसरी ओर 2018 के विधानसभा चुनाव में सॉप्ट हिंदुत्व के सहारे सत्ता हासिल करने में सफल हुई कांग्रेस अब खुलकर इसके समर्थन में आ गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राममंदिर के निर्माण का स्वागत करते हुए कहा कि देशवासियों को इसकी बहुत दिनों से अपेक्षा और आकांक्षा थी। राममंदिर का निर्माण हर भारतवासी सहमित सेहो रहा है, ये सिर्फ भारत में ही संभव है।