अयोध्या। रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मामले को लेकर उच्चतम न्यायालय का ऐतिहासिक फैसला शनिवार को सुबह 10.30 बजे आने जा रहा है। इस फैसले के पूर्व पूरी अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है। दरअसल, प्रशासन सांप्रदायिक सौहार्द एवं कानून व्यवस्था न बिगड़ने पाए इसके लिए कड़ी चौकसी बरती जा रही है। देर शाम से ही अयोध्या में बिना अनुमति प्रवेश कर पाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन-सा हो गया है।
अयोध्या मेला संपन्न होते ही पूरे क्षेत्र को सुरक्षा के कड़े जाल में जकड़ लिया गया है, जिससे अब यहां बिना अनुमति प्रवेश कर पाना बड़ा ही मुश्किल हो गया है। दरअसल, प्रशासन सांप्रदायिक सौहार्द एवं कानून व्यवस्था न बिगड़ने पाए इसके लिए कड़ी चौकसी रख रहा है।
4 जोन में बंटीं पूरी अयोध्या : पूरे अयोध्या को रेड, यलो, ग्रीन और ब्लू जोन में बांटा गया है, साथ ही 48 सेक्टर व 48 सब सेक्टर भी बनाए जाने का प्रस्ताव रखा जा रहा है, इसके अलावा स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी तैनात किए जाएंगे। रेड जोन में विवादित परिसर होगा, जिसे रामजन्मभूमि व बाबरी मस्जिद कहा जाता है, जो कि सबसे संवेदनशील स्थल है और जिसकी सुरक्षा भी जबरदस्त होगी।
यलो व रेड जोन सबसे सुरक्षित जोन होगा क्योंकि यलो जोन में रामनगरी को रखा गया है। ग्रीन जोन के अंतर्गत अयोध्या की आंतरिक परिधि हो सकती है। जबकि ब्लू जोन में बाहरी परिधि को रखा गया है, जो कि जिले की सीमा से शुरू होगी।
जैसे ही देर शाम यह खबर आई कि सुप्रीम कोर्ट दिल्ली में सुबह 10.30 बजे अयोध्या मामले पर अपना फैसला सुनाएगा, वैसे ही अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई। समूचे उत्तर प्रदेश में भी 9 से 11 नवम्बर तक सभी स्कूल कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।
फैसले की संवेदनशीलता को देखते हुए यहां एटीएस, आरएएफ, सीआरपीएफ, पीएसी, पुलिसबल के अतिरिक्त ख़ुफ़िया एजेंसी, एलआईयू की तैनाती के साथ-साथ क्षेत्र में सादी वर्दी में जवान, बम स्क्वायड, डॉग स्क्वैट, अग्निशमन दस्ते, घुड़सवार दस्ते के अलावा जगह-जगह बैरियर भी बना दिए हैं। साथ ही सीसीटीवी व ड्रोन कैमरे से भी निगाह रखी जा रही है। इसके अलावा 8 अस्थाई जेलें भी बनाई गई हैं।