मुंबई। अयोध्या में जमीन के मालिकाना हक से संबंधित मुकदमे पर उच्चतम न्यायालय के शनिवार को सुनाए गए फैसले पर महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर महात्मा गांधी की मौत के मामले में उच्चतम न्यायालय में आज फिर से सुनवाई होती है तो फैसला यही होगा कि 'नाथूराम गोडसे एक हत्यारे लेकिन देशभक्त थे।'
अयोध्या में जमीन के मालिकाना हक के मुकदमे पर उच्चतम न्यायालय ने अपने फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण को लेकर आगे की राहें खोल दी हैं। तुषार गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया कि अगर गांधी की हत्या मामले में उच्चतम न्यायालय आज फिर से सुनवाई करे तो फैसला यही होगा कि 'नाथूराम गोडसे एक हत्यारे थे लेकिन वे देशभक्त भी थे।'
उन्होंने एक और ट्वीट किया कि हर किसी को खुश करना न्याय नहीं होता है, हर किसी को खुश करना राजनीति होती है। तुषार ने ट्वीट किया कि जब अयोध्या का फैसला सुना दिया गया है तो क्या हम उन वास्तविक मुद्दों की ओर लौट सकते हैं जिनसे हमारा देश त्रस्त है?
उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ ने शनिवार को सर्वसम्मति से अपने फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण की राहें खोल दीं और उत्तरप्रदेश की धार्मिक नगरी में एक प्रमुख जगह पर नई मस्जिद के निर्माण के लिए इसके एवज में 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को आवंटित करने का केंद्र को निर्देश दिया।