आयुर्वेद के अनुसार गुणों की खान है केसर, जानिए 12 खास बातें
हर घर में कई अवसरों पर केसर का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि केसर किस तरह से भारत में आई, इसकी खेती कहां होती है और इसमें कौन से गुण मौजूद हैं? आइए, जानते हैं केसर से जुड़ी खास बातें :
1 केसर का उत्पत्ति स्थान दक्षिणी यूरोप का स्पेन देश है, जहां से केसर मुंबई आई है और पूरे भारत के बाजारों में पहुंचती है, लेकिन स्पेन के अलावा केसर की पैदावार ईरान, फ्रांस, इटली, ग्रीस, तुर्की, फारस और चीन में भी की जाती है।
2 भारत में, कश्मीर के पंपूर तथा जम्मू के किश्तवाड़ नामक स्थान पर केसर की खेती की जाती है।
3 केसर का उपयोग आयुर्वेदिक नुस्खों में, खाद्य व्यंजनों में और देव पूजा आदि में होता था पर अब पान मसालों और गुटखों में भी इसका उपयोग होने लगा है।
4 केसर बहुत ही उपयोगी गुणों से युक्त होती है। यह उत्तेजक, वाजीकारक, यौनशक्ति बनाए रखने वाली होती है। यह कामोत्तेजक होती है। इसे त्रिदोष नाशक माना गया है।
5 स्वाद और सुगंध में रुचिकर होने के साथ ही मासिक धर्म साफ करना इसका महत्वपूर्ण गुण है।
6 यह गर्भाशय व योनि संकोचन जैसे रोगों को भी दूर करती है।
7 यह त्वचा का रंग उज्ज्वल करने मे मदद करती है। इसे उत्तम रक्तशोधक माना गया है।
8 स्वादिष्ट होने के साथ यह पौष्टिक भी है। प्रदर और निम्न रक्तचाप को ठीक करने में सहायक होती है।
9 यह कफ नाशक का काम करती है। आयुर्वेद में इसे मन को प्रसन्न करने वाली भी माना गया है।
10 स्तनों में वृद्धि करती है तथा व स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए दूधवर्द्धक मानी गई है।
11 मस्तिष्क को बल देती है व हृदय और रक्त के लिए हितकारी होती है।
12 खाद्य पदार्थ और पेय को रंगीन और सुगंधित करती है।
ऐसी अनेक गुणों से संपन्न होने के कारण हमारे रोजमर्रा के जीवन में केसर का अधिक महत्व है।