जिसने ओबामा और मोदी को भी चमकाया

शुक्रवार, 24 अप्रैल 2015 (14:34 IST)
- सुमिरन प्रीत कौर
 
'मैंने किसी को सजाकर कोई जुर्म तो नहीं किया। मेकअप कोई भी करे इससे क्या फर्क पड़ता है।' ये कहना है दिल्ली में रहने वाली मेकअप आर्टिस्ट चारू खुराना का जो इस हफ्ते बन गईं भारत की पहली रजिस्टर्ड महिला मेकअप आर्टिस्ट।
वे कहती हैं, 'मुझे तो हर महीने पैसा देना पड़ता था ताकि मैं वो कर सकूं जो मुझे पसंद है- लोगों को खूबसूरत बनाना।' चारू अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा का मेकअप कर चुकी हैं और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम कर चुकी हैं। लेकिन यहां तक पहुंचना आसान नहीं था।
 
मुझे जलील किया गया : चारू कहती हैं ,'मैंने अपनी करियर की शुरुआत दिल्ली में की। मैं विज्ञापन के लिए लोगों का मेकअप करती थी। फिर मैं मुंबई गई और मैंने मुंबई के सिने कॉस्टयूम, मेकअप आर्टिस्ट और हेयर ड्रेसर्स एसोसिएशन का सदस्य बनने की कोशिश की।'
 
चारू ने बताया,'मैंने अप्लाइ किया तो उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र में 15 साल से ज्यादा नहीं रही हूं इसीलिए मुझे सदस्यता नहीं मिलेगी।'
'बिन सदायस्ता के काम करने का मतलब था कि हर महीने मुझे 1500 रुपए देने होंगे। लेकिन एक दिन हद हो गई जब मैं एक ‍फिल्म की शूटिंग कर रही थी। यहां करीब 300 लोग आए थे, और शूटिंग रुकवा कर मुझे बेइज्जत किया गया। कारण ये था कि मैं एक महिला होकर मेकअप कर रही थी।'
 
चारू कहती हैं,'मैंने सोचा कि किसी को सजाकर मैंने कोई जुर्म नहीं किया और मुझे इसके पीछे कोई सही कारण नहीं नजर आया। इसलिए मैंने अदालत का दरवाजा खटखाटाया।'
 
इस हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने 59 साल पुराने कानून को 'संवैधानिक रूप से नाजायज और भेदभाव भरा' बताया। यह आश्वासन भी दिया गया कि अगर सिने कॉस्टयूम, मेकअप आर्टिस्ट और हेयर ड्रेसर्स एसोसिएशन अगली सुनवाई (10 नवंबर) तक एक 'सकारात्मक प्रतिक्रिया' के साथ वापस नहीं आई तो यह कानून हट जाएगा।
 
बराक ओबामा का मेकअप : किसी भी मेकअप आर्टिस्ट के लिए बॉलीवुड के अभिनेताओं और अभिनेत्रियों का मेकअप करना उनकी प्रसिद्धि का एक ज़रिया होता है। पर चारु ने बॉलीवुड के साथ-साथ अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा का भी मेकअप किया है।
 
चारू कहती हैं, 'मैंने अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विराट कोहली, अभिषेक बच्चन और कमल हासन के साथ काम किया है। लेकिन अपने काम को मैं हमेशा अपना ना कह पाई पर इस बदलाव की वजह से अब मैं अपने काम को अपना कह सकूंगी।'
 
अब सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले के बाद अगर आप एक महिला मेकअप आर्टिस्ट हैं तो आपको एक फिल्म का कॉन्ट्रैक्ट भी मिल सकता है जो पहले सिर्फ पुरुष मेकअप आर्टिस्ट को ही मिलता था।
चारु के मुताबिक फिल्मों के सेट पर अगर ज्यादा महिलाएं होंगी तो महिला कलाकारों को भी अच्छा लगेगा।

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