आंध्र यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाली संध्या देवनाथन मेटा इंडिया की चीफ और वाइस प्रेसिडेंट बनाई गई हैं। देवनाथन के दोस्त और बैचमेट वी. राजेंद्र प्रसाद ने उनके बारे में बीबीसी से बात करते हुए कहा कि अपने साथ पढ़ने वाली संध्या की इस उपलब्धि से सभी बैचमेट काफी खुश हैं।
वी. राजेंद्र प्रसाद इस वक्त अंकापल्ली में एएसके कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट में प्रिंसिपल के तौर पर काम कर रहे हैं। संध्या देवनाथन अगले साल एक जनवरी से इस पद से जुड़ी जिम्मेदारियों को संभालेंगी।
देवनाथन के साथ इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले डॉ. वी. राजेंद्र प्रसाद ने बीबीसी से बताया कि संध्या ने विशाखापट्टनम स्थित आंध्र यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली से एमबीए की पढ़ाई पूरी की।
डॉ. प्रसाद ने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया, हमारे बैच में 86 स्टूडेंट थे। संध्या देवनाथन भी इनमें से एक थीं। वे यूनविर्सिटी के नज़दीक पेडा वॉल्टेयर में रहती थीं। कोर्स पूरा करने के बाद संध्या एमबीए करने दिल्ली चली गईं। उनके साथ इस बैच के तीन और लोग एमबीए करने दिल्ली गए थे।
उन्होंने बताया कि इसके बाद संध्या ने कई कंपनियों में काम किया और अब वो तरक्की करते हुए मेटा इंडिया की चीफ बन गई हैं। हमारे बैच के ज़्यादातर लोग यानी करीब 60 से अधिक लोग आज विदेश में रह रहे हैं।
जब संध्या ने पहली बार व्हॉट्सग्रुप पर दिया जवाब
डॉ. प्रसाद ने बीबीसी को बताया कि हालांकि हम सभी अलग-अलग फील्ड में काम कर रहे हैं। लेकिन हमने आपस में जुड़े रहने के लिए 2018 में एक व्हॉट्सएप ग्रुप बनाया था। इसे 'एयू केमिकल इंजीनियरिंग 1994-1998' नाम दिया गया था।
उन्होंने बताया कि संध्या देवनाथन ने ग्रुप तो ज्वॉइन किया था लेकिन उन्होंने कभी भी कोई पोस्ट नहीं किया था। न ही किसी पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी थी। लेकिन जब वो मेटा इंडिया की हेड चुनी गईं तो हम सब ने उन्हें ग्रुप पर बधाई दी तो उन्होंने हमारी बधाई का जवाब दिया। इस तरह पहली बार उन्होंने ग्रुप पर कोई प्रतिक्रिया दी।
डॉ. राजेंद्र ने बताया कि संध्या देवनाथन ने व्हॉट्सऐप मैसेज का क्या जवाब दिया था। डॉ. राजेंद्र ने बताया कि संध्या ने बधाई का जवाब देते हुए लिखा था आप सभी का धन्यवाद। मैं आपके मैसेज का ज्यादा जवाब नहीं पाती क्योंकि मैं अपना फोन ज़्यादातर साइलेंट मोड में रखती हूं। मैं भारत के लिए काम करने में काफ़ी सम्मानित महसूस कर रही हूं।
री-यूनियन के लिए आमंत्रण
डॉ. राजेंद्र ने बताया कि 2015 में हमने देखा था कि संध्या ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था। उन्होंने बताया था कि वो विशाखापट्टनम आई हुई हैं। इसके बाद उनकी ओर से कोई अपडेट नहीं आया था। फिर 2018 में हमारा व्हॉट्सग्रुप बना।
वो कहते हैं कि 1994-1998 के केमिकल इंजीनियरिंग का बैच इस साल 25वां साल पूरा कर रहा है। हमने इस मौके पर एक री यूनियन फेस्टिवल आयोजित करने का फैसला किया है। इस बीच हमारी बैच मेट संध्या मेटा इंडिया की हेड नियुक्त हो गई हैं।
डॉ. राजेंद्र कहते हैं कि संध्या इस वक्त सिंगापुर में हैं। जनवरी से वह भारत आकर काम करने लगेंगीं। लिहाजा हम उन्हें री यूनियन फेस्टिवल में बुलाएंगे
6 साल में बन गईं इंडिया हेड
संध्या देवनाथन 1 जनवरी 2023 से मेटा के वाइस प्रेसिडेंट और इंडिया हेड की जिम्मेदारी संभाल लेंगीं। इंडिया हेड के तौर पर पहले काम कर चुके अजित मोहन ने इस्तीफा दे दिया है। संध्या उनकी जगह लेंगीं।। संध्या ने 2016 में मेटा में नौकरी शुरू की थी। इसके बाद वह यहां लगातार तरक्की करते हुए मेटा इंडिया के हेड तक पहुंच गई हैं। मेटा इंडिया ने संध्या देवनाथन की नियुक्ति पर बयान जारी किया है।
अपने बयान में मेटा इंडिया ने कहा है कि संध्या देवनाथन कंपन के इंडिया चार्टर का नेतृत्व करेंगी। मेटा भारत की प्रमुख ब्रांड्स, क्रिएटर्स, एडवरटाइजर्स और पार्टनरों के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को लगातार आगे बढ़ाने की कोशिश ताकि भारत में अपने रेवेन्यू में और इज़ाफ़ा कर सके।
एयू के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर ने संध्या देवनाथन को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई दी है। उन्होंने देवनाथन को बधाई देते हुए कहा कि संध्या देवनाथन को बधाई, जिन्होंने हमारे केमिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट से पढ़ाई की और अब मेटा इंडिया की हेड बन गई हैं। (Photo Courtesy: Social Media)