आईपीएल 2021: आगाज़ आज, कोरोना से बचने की क्या है तैयारी

Webdunia
शुक्रवार, 9 अप्रैल 2021 (07:54 IST)
आईपीएल का 14वाँ सीजन शुक्रवार यानी आज से शुरू हो रहा है। टूर्नामेंट का पहला मैच मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के ख़िलाफ़ चेन्नई में खेला जाएगा।
 
हालाँकि मौजूदा दौर में कोराना की दूसरी लहर का संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है, ऐसे में इस टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर लगातार संदेह बना हुआ था। टूर्नामेंट के मैच जिन छह शहरों में खेले जाने हैं, उनमें अधिकांश शहर लॉकडाउन जैसी स्थिति की ओर बढ़ रहे हैं। कई खिलाड़ी और सपोर्ट स्टॉफ़ भी संक्रमित हुए हैं।
 
लेकिन बीते रविवार को बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में भरोसा दिलाया था कि सबकुछ निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक ही होगा।
 
ऐसे में सवाल यही है कि बीसीसीआई ने आईपीएल आयोजन को सुरक्षित बनाने के लिए क्या-क्या क़दम उठाए हैं, खिलाड़ियों और टीम के सपोर्ट स्टाफ़ की सुरक्षा के लिए क्या प्रावधान किए गए हैं।
 
आईपीएल का तेरहवाँ सीजन दुबई में बीते वर्ष सितंबर-नवंबर के महीने में खेला गया था, तब ये मुक़ाबले बिना दर्शकों के खेले गए थे और खिलाड़ियों को बायो बबल में रहना पड़ा था। बायो बबल में रहने का मतलब यह है कि खिलाड़ियों को इस दौरान टीम के सदस्य और सपोर्ट स्टॉफ़ के अलावा किसी और से मिलने की अनुमति नहीं होती।
 
क्या है तैयारी?
9 अप्रैल से शुरू हो रहे आईपीएल मुक़ाबले में इन नियमों को भी लागू किया गया है। टीम के खिलाड़ी शेड्यूल बस पकड़ होटल से सीधे स्टेडियम पहुंचेंगे। प्रैक्टिस सेशन या मैच ख़त्म होने के बाद इन्हें फिर से होटल ले जाया जाएगा। इसी शेड्यूल के हिसाब से तैयारी की गई है। इस दौरान समय समय पर बस के ड्राइवरों का भी टेस्ट कराया जाता रहेगा।
 
इस साल के आईपीएल के शेड्यूल को काफ़ी सावधानी से तैयार किया गया है ताकि खिलाड़ी, सपोर्ट स्टॉफ़ और दूसरे संबंधित लोगों को बहुत ज़्यादा यात्रा नहीं करनी पड़े। इस सीज़न में मुंबई, चेन्नई, कोलकाता और बेंगलुरू में 10-10 मैच खेले जाने हैं।
 
इन मैचों का आयोजन क्लस्टर कैरेवन फॉर्मेट में किया जा रहा है, इस फॉर्मेट में चार चार टीमों को दो क्लस्टरों में बांटा गाया है। एक क्लस्टर में मौजूद चार टीमें एक दूसरे के ख़िलाफ़ उस ख़ास शहर में मैच खेलेगी और उसके बाद अगले मैचों के लिए एक साथ दूसरे शहर पहुँचेंगी।
 
आईपीएल के 14वें सीजन के मैच छह शहरों में हो रहे हैं और एक साथ दो शहरों में मुक़ाबले खेले जाएंगे। पहले चरण में 10-10 मैचों का आयोजन मुंबई और चेन्नई में होना है। चेन्नई, राजस्थान, दिल्ली और पंजाब की टीम मुंबई में है जबकि बाकी टीमें चेन्नई में जहां टूर्नामेंट की शुरुआत हो रही है।
 
मुंबई और चेन्नई में होने वाले मुक़ाबलों के बाद आठ-आठ मैच अहमदाबाद और दिल्ली में होंगे। इसके बाद दस-दस मैचों का आयोजन कोलकाता और बेंगलुरू में होगा। प्ले ऑफ़ मुक़ाबले अहमदाबाद में होंगे।
 
मुंबई में क्या सावधानी बरती जा रही है?
मुंबई में पिछले कुछ दिनों से हर दिन कोरोना संक्रमण के 10 हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आ रहे है। इसके अलावा नाइट कर्फ़्यू और वीकएंड लॉकडाउन तक लगाए जा चुके हैं। हालाँकि महाराष्ट्र सरकार ने कुछ सख़्त प्रावधानों के साथ मुंबई में आईपीएल मैचों के आयोजन की अनुमति दे दी है।
 
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 10 से 25 अप्रैल के बीच मैच होंगे, पिछले सप्ताह स्टेडियम के कुछ ग्राउंड्स मैन भी कोविड संक्रमित हो गए थे।
 
इसके बाद मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने ग्राउंड्स मैन के संपर्क में आए अपने कर्मचारियों को क्वारंटीन किया। इसके बाद दूसरे स्टेडियम के ग्राउंड्स मैन को वानखेड़े स्टेडियम की देखरेख के लिए बुलाया गया।
 
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की एक्ज़ेक्यूटिव कमेटी के सदस्य नदीम मेमन ने बीबीसी मराठी से बताया, "वेन्यू के पास ही आईपीएल कर्मचारियों के ठहरने और खाने का इंतज़ाम किया गया है। किसी भी कर्मचारी को 25 अप्रैल तक घर जाने की अनुमति नहीं होगी। वैसे भी मुंबई में वीकएंड के दौरान लॉकडाउन है।"
 
मेमन ने यह भी बताया कि मुंबई में कैंप कर रही चार टीमों में किसी ने अब तक वानखेड़े स्टेडियम का दौरा नहीं किया है। मुंबई में जो चार टीमें हैं, उनमें से दो बांद्रा-कुर्ला कांप्लैक्स मैदान में अभ्यास कर रहे हैं और दूसरी दो टीमें ब्रेबॉर्न स्टेडियम में खेल रही हैं।
 
नदीम मेमन कहते हैं, "सभी कर्मचारियों को अलग अलग बायो बबल मुहैया कराया गया है, ताकि वे खिलाड़ियों के सीधे संपर्क में नहीं आएं। ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों के अलावा किसी के भी आने की अनुमति नहीं होगी। साफ़ सफ़ाई कर्मचारियों को भी बायो बबल्स में रखा है। ये लोग पीपीई किट पहनकर अपना काम करेंगे। इन सबका भी नियमित परीक्षण होता रहेगा। ये लोग पीपीई किट पहनकर अपना काम करेंगे।"
 
मैच के पहले और बाद में लोग जहाँ से भी गुजरेंगे वहाँ के हिस्से को सैनिटाइज़ किया जाएगा और मेमन के मुताबिक आईपीएल के स्टॉफ सदस्यों का हर चार दिन पर टेस्ट कराया जाएगा।
 
मेमन के मुताबिक मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सभी लोग टूर्नामेंट की चुनौतियों को समझ रहे हैं। अपने घर से दूर रहने के बाद भी शानदार ढंग से अपने अपने काम को कर रहे हैं। मुंबई में इस दौरान दूसरे क्रिकेट मैच और कांगा लीग के नॉक आउट राउंड के मैचों के आयोजन को 15 मई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
 
चेन्नई में टीकाकरण, दिल्ली भी सतर्क
मुंबई के साथ साथ चेन्नई और दिल्ली में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। तमिलनाडु में छह अप्रैल को विधानसभा चुनाव भी हुए हैं।
 
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक ख़बर के मुताबिक तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने सभी 80 कर्मचारियों को टीका दिलवाया है। टीका लेने के बाद भी सभी कर्मचारियों का प्रत्येक दस दिनों में टेस्ट होगा।
 
दिल्ली में आईपीएल मैच 28 अप्रैल से खेले जाएंगे। लेकिन दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन ने आईपीएल स्टॉफ़ को दो सप्ताह पहले से बायो बबल में रखने का फ़ैसला लिया है। कई कर्मचारियों को वैक्सीन की पहली डोज़ दी गई है।
 
आईपीएल की टीमें क्या सावधानी बरत रही हैं?
खिलाड़ियों को कोविड-19 टेस्ट और क्वारंटीन होने के बाद ही टीम में शामिल होने दिया जा रहा है। अधिकांश टीम के प्रमोटरों ने अपनी अपनी टीमों के लिए पूरा का पूरा होटल ही बुक कर लिया है।
 
आईपीएल के 14वें सीजन में किसी टीम का मतलब 12 से 15 खिलाड़ी भर नहीं हैं। इस बार टीम के रिज़र्व खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ़ को मिलाकर प्रत्येक टीम में कम से कम 50 से 60 खिलाड़ी हैं। ये सभी लोग अगले डेढ़ महीने तक बाक़ी दुनिया से कटे रहेंगे।
 
कुछ टीमों ने बायो बबल सिस्टम की सुरक्षा के लिए कुछ और क़दम भी उठाए हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स के सीआई वेंकी मैसोर ने एक वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनकी टीम ने एक बबल मैनेजर और एक बबल इंटीग्रिटी मैनेजर को नियुक्त किया है।
 
उन्होंने कहा, "हमलोग नियमित तौर पर एक्सपर्ट डॉक्टर से कंसल्ट कर रहे हैं। सभी खिलाड़ियों और स्टॉफ सदस्यों ने बबल सिस्टम को बनाए रखने का प्रण लिया है।" उन्होंने उम्मीद जताई है कि पिछला सीजन दुबई में खेलने से मिले अनुभव का लाभ इस बार टीमों को मिलेगा।
 
वैकल्पिक वैन्यू की तलाश
आईपीएल के दौरान अगर कोई शहर मैचों के आयोजन के लिए सक्षम नहीं होता है तो हैदराबाद को वैकल्पिक आयोजन केंद्र के तौर पर तैयार रखा गया है। इन सबके बाद भी ढेरों लोग हैं जो कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान होने वाले इस आयोजन को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
 
मुंबई क्रिकेट संघ के नदीम मेमन ने कहा, "हम सब जानते हैं कि किसी के स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता। हम सारी सावधानी बरत रहे हैं। खिलाड़ियों को भी ख़तरे का अंदाज़ा है और वे खेलने को तैयार हैं। टूर्नामेंट के आयोजन में काफ़ी पैसा लगा हुआ है। केवल खिलाड़ी ही नहीं बल्कि टूर्नामेंट से जुड़े हज़ारों कर्मचारी आजीविका के लिए इस टूर्नामेंट पर निर्भर हैं।"
 

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