इथोपिया में मिला 'पहले मानव' का जीवाश्म

गुरुवार, 5 मार्च 2015 (12:35 IST)
- पल्लब घोष (विज्ञान संवाददाता)
 
वैज्ञानिकों ने मानव के निचले जबड़े का 28 लाख साल पुराना जीवाश्म ढूंढ निकाला है। इथियोपिया में मिला हड्डियों का यह जीवाश्म, मानव की उत्पत्ति के शोधकर्ताओं के अनुमान से भी चार लाख साल पुराना है। दावा किया जा रहा है कि यह मानव जाति की सबसे पहले हुई शुरुआत के समय का जीवाश्म है।
अफ़ार प्रदेश के लीडी गेरारू रिसर्च एरिया से इस जीवाश्म को एक इथोपियाई छात्र शालाशेऊ सेयूम ने खोजा। सेयूम ने बीबीसी को बताया कि इस देखकर वो 'हैरान' रह गए थे।
 
वैज्ञानिकों के दल के मुखिया ने बीबीसी को बताया कि मानव जाति के विकास की यह सबसे पहली महत्वपूर्ण कड़ी पर प्रकाश डालता है। जलवायु परिवर्तन की वजह से मनुष्यों ने पेड़ पर रहने की बजाय जमीन पर रहना और सीधे चलना शुरू किया था।
 
पहला मानव? :  अमेरिका के लास वेगास स्थित नेवाडा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ब्रायन विलमोर कहते हैं, '1974 में मिले 31 लाख साल पुराने होमिनिन के जीवाश्म से इस हड्डी का संबंध साफ है। होमिनिन मानव की तरह ही खड़े होकर चलने वाली जाति थी। इसे ‘लूसी’ नाम दिया गया था।”
 
'लूसी' ऑस्ट्रेलोपिथेकस अफरेनसिस प्रजाति का जीवाश्म था। सवाल यह है कि क्या वह बिल्कुल पहला मानव था?
 
प्रोफेसर विलमोर कहते हैं, 'हम इसी मुद्दे पर काम कर रहे हैं।'
 
'पेड़ से जमीन' : पर 'लूसी' के समय और बड़े दिमाग वाले और मानव की तरह के शारीरिक अनुपात वाले होमो इरेक्टस प्रजाति के बीच तकरीबन बीस लाख साल का अंतर है।
 
होमो हैबिलिस प्रजाति की खोपड़ी के कंप्यूटर विश्लेषण से पता चलता है कि यह इस नई खोज वाली प्रजाति का उत्तराधिकारी रहा होगा।
 
इस जबड़े के समय का पता लगने से मानव विकास के एक महत्वपूर्ण सवाल का जवाब मिल जाएगा। यह पता चल जाएगा कि आखिर क्यों हमारे पूर्वज पेड़ों से उतर कर जमीन पर चलने लगे।
 
‘साइंस’ पत्रिक में छपे एक शोध से साफ़ होता है कि जलवायु परिवर्तन इसकी बड़ी वजह रही होगी। उस इलाक़े के पेड़ों के जीवाश्म के अध्ययन से पता चलता है कि हरा भरा घना जंगल घास के मैदान में तब्दील हो गया होगा।

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