कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा, इस बीच अब इस रहस्यमयी बीमारी ने दस्तक दे दी है। भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या पूरी दुनिया में दूसरे स्थान पर है। देश में आंध्र प्रदेश सबसे बुरी तरह से प्रभावित राज्यों में शामिल है। यहां अब तक संक्रमण के 8 लाख मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन ऐसा मालूम पड़ता है कि पिछले हफ़्ते अस्पताल में भर्ती होने वालों की प्रमुख वजह कोरोना से संक्रमित होना नहीं बल्कि ये बीमारी रही।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अल्ला काली कृष्णा श्रीनिवास ने बताया है कि इस बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए सभी मरीज़ कोरोना वायरस निगेटिव पाए गए हैं। इलुरु के सरकारी अस्पताल के एक चिकित्सा अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस अख़बार को बताया कि, 'जो लोग बीमार पड़े हैं ख़ासकर जिसमें बच्चे शामिल हैं उन्हें आंख में जलन के बाद उल्टी की शिकायत देखी गई है। इनमें से कुछ बेहोश भी हुए।'
राज्य के मुख्यमंत्री जगमोहन रेड्डी ने बताया कि विशेष मेडिकल टीम इलुरु भेजे जा रहे हैं ताकि इस बीमारी के बारे में पता लगाया जा सके। ऐसी उम्मीद है कि वो मरीज़ों और उनके परिजनों से मिलने के लिए इलुरु का दौरा कर सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्रीनिवास ने बताया है कि मरीज़ों के ख़ून के सैंपल में किसी भी तरह के वायरस संक्रमण का प्रमाण नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि जहां लोग बीमार पड़े हैं वहां अधिकारियों के दौरे के बाद हम गंदे पानी या वायु प्रदूषण की वजह से लोगों के बीमारी पड़ने की संभावना से इंकार करते हैं। यह कुछ रहस्यमयी बीमारी की तरह है। लैब में पड़ताल के बाद ही बता चलेगा कि इस बीमारी की वजह क्या है। हालांकि विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी ने मामले की जांच की मांग की है और इस बात पर ज़ोर दिया है कि इस रहस्यमयी बीमारी की वजह गंदगी है।