कौन से मामले थे सिमी सदस्यों पर?

बुधवार, 2 नवंबर 2016 (11:00 IST)
भोपाल पुलिस ने सोमवार सुबह सिमी के आठ कार्यकर्ताओं को कथित मुठभेड़ में शहर के बाहर ईटखेड़ी क्षेत्र में मारा है। इन सिमी कार्यकर्ताओं पर देश भर में कई मामले दर्ज है।
शेख़ मुजीब : 2008 के अहमदाबाद ब्लास्ट में शामिल होने का आरोप। इन पर आरोप था कि उन्होंने इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) नाम के चरमपंथी संगठन के साथ मिलकर ये धमाके करवाए थे। इन धमाकों में 50 से भी ज़्यादा लोग मारे गए थे।
 
अक़ील ख़िलजी: सिमी के पूर्व राज्य प्रमुख। इन्हें मार्च 2012 में महाराष्ट्र से गिरफ़्तार किया गया था। इन पर आरोप है कि ये आरएसएस और भाजपा के प्रमुख नेताओँ की हत्या की योजना बना रहे थे।
 
शेख़ महबूब : 2008 के अहमदाबाद ब्लास्ट में शामिल होने का आरोप। इसके अलावा उन पर आरोप है कि उन्होंने अर्णाकुलम (केरल) में ट्रेनिंग लेकर वहां पर कई घटनाओं को अंजाम दिया है।
अब्दुल माजिद : माजिद पर डकैती, हत्या और देशद्रोह के मामले चल रहे थे। अहमदाबाद बम धमाके के साथ ही इन पर पुणे, बिजनौर और चेन्नई में भी धमाके करवाने के आरोप। उन पर करीमनगर (तेलंगाना) में डकैती का भी आरोप था।
 
मोहम्‍मद ख़ालिद : ख़ालिद पर भी हत्या, डकैती, लूट और देशद्रोह के मामले चल रहे थे। इन पर भी करीमनगर(तेलंगाना) में डकैती में शामिल होने का आरोप था। अहमदाबाद सहित पुणे, चेन्नई और बिजनौर में धमाकों में भी संदिग्ध थे।
 
ज़ाकिर हुसैन: 2014 में बिजनौर में एक विस्फोट हुआ था। जिसमें पकड़े गए चारों संदिग्धों में से एक ज़ाकिर हुसैन थे। बिजनौर के कोतवाली क्षेत्र में विस्फोट उस समय हुआ था, जब एक किराये के कमरे पर कुछ युवक बम बना रहे थे। इसके अलावा भी ज़ाकिर पर कई अन्य मामले हैं जिनमें एटीएम जवान, बैंककर्मी और वकील की हत्या का मामला शामिल है। इसके साथ ही उज्जैन, देवास,रतलाम, मंदसौर में भी कई केस दर्ज हैं।
 
मोहम्मद सालिक : इन पर आरोप है कि ये अपने दूसरे सिमी साथियों के साथ बिजनौर में रहकर देश में धमाके करवाने की साज़िश रच रहे थे। इन पर भी कई अन्य मामले दर्ज हैं।
 
अमजद ख़ान : भाजयुमो अध्यक्ष, आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमला और पांच बैंक डकैतियों में इन्हें अभियुक्त बनाया गया था।

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