सीरिया पर बमबारी: अमेरिका के टारगेट पर क्या

शनिवार, 14 अप्रैल 2018 (11:39 IST)
- बीबीसी मॉनिटरिंग
 
अमेरिका, फ़्रांस और ब्रिटेन ने शनिवार सुबह सीरिया में अलग-अलग सरकारी ठिकानों पर बमबामी शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि ये हमले उन जगहों पर किए जा रहे हैं जहां कथित तौर पर रासायनिक हथियार रखे हैं। डूमा में पिछले हफ़्ते संदिग्ध रासायनिक हमलों के जवाब में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने ये हमला किया है।
 
हालांकि अमेरिका ने इस हमले की चेतावनी पहले ही दे दी थी और सीरिया ने अपनी वायुसेना और हवाई रक्षा प्रणाली को देशभर में हाई अलर्ट पर कर दिय था। अमेरिका ने सीरिया को धमकी दी थी कि सात अप्रैल को हुए हमले में अगर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल की पुष्टि होती है तो सीरियाई सरकार को 'बड़ी क़ीमत' चुकानी होगी।
 
अमेरिका के संभावित टारगेट
अमेरिका, फ़्रांस और ब्रिटेन पहले ही इस पर सहमत हो गए थे कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस रासायनिक हमले का जवाब देना होगा। जबकि सीरिया सरकार के कुछ विरोधी गुटों ने ऐसे किसी भी संभावित हमले के स्तर को कमतर करके आंका था।
 
उनका कहना था कि यह हमले संभवत: सिर्फ रासायनिक हथियारों वाली जगह पर होंगे और इसका मक़सद राष्ट्रपति बशर अल-असद को कमज़ोर करना नहीं होगा।
 
ओरियंट न्यूज़ वेबसाइट ने 9 अप्रैल को ऐसे हवाई अड्डों और सैन्य अड्डों की सूची छापी थी जहां हमला हो सकता है। विपक्षी ओरिएंट न्यूज़ वेबसाइट ने नौ अप्रैल को ऐसे संभावित एयरबेस और एयरपोर्ट की सूची जारी की थी जिसे निशाना बनाया जा सकता है।
 
आइये जानते हैं, कौन से हैं वो अड्डे।
 
तियस या टी-फ़ॉर एयरबेस
होम्स शहर के नज़दीक स्थित यह देश का सबसे बड़ा सैन्य हवाई अड्डा है। ओरिएंट और विपक्षी एनाब बलादी अख़बार ने रिपोर्ट किया था कि यहां पर 54 सीमेंट हैंगर्स (हवाई जहाज़ खड़ी करने की जगह) और दो रनवे हैं, जिनमें से एक तकरीबन तीन किलोमीटर लंबा है।
साथ ही यहां लड़ाकू जहाज़ों की एक लंबी फ़ेहरिस्त है जिनमें मिग-29एस और 27एस समेत सुखोई एसयू-35एस जैसे विमान शामिल हैं। एनाब बलादी के अनुसार, यहां छोटी दूरी के रडार, टैंक और आधुनिक सैन्य हथियार हैं।
 
पहले भी इस हवाई अड्डे पर कई बार हमले हो चुके हैं। हाल में 9 अप्रैल को हमला हुआ था जिसमें ईरान के कई 'सैन्य सलाहकार' मारे गए थे। सीरिया ने इस हमले के लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था।
 
अल-दुमैर
देश की राजधानी से 40 किलोमीटर दूर उत्तर-पूर्व में अल-दुमैर सैन्य हवाई अड्डा है। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा एयरबेस है। ओरिएंट समाचार वेबसाइट के अनुसार, सात अप्रैल को डूमा में जिस हेलिकॉप्टर से कथित रासायनिक हथियार से हमला किया गया था, उसने यहीं से उड़ान भरी थी।
 
ऑरिएंट के अनुसार, यहां 50 हैंगर्स हैं जिनमें से आठ अंडरग्राउंड हैं। वेबसाइट का कहना है कि यहां पर कई आधुनिक विमान हैं जिनमें मिग-23एस, 24एस और 27एस समेत सुखोई एसयू-22 लड़ाकू विमान शामिल हैं। कहा जाता है कि यहां रूसी सेनाओं और सलाहकारों की भारी मौजूदगी है।
 
हमा एयरबेस
हमा शहर के नज़दीक इस सैन्य हवाई अड्डे को सीरियाई वायु सेना संचालित करती है। देश के महत्वपूर्ण अड्डों मे से यह एक है। ओरिएंट न्यूज़ के अनुसार, यहां 17 हैंगर्स हैं और मिग-21एस विमान समेत यहां पर एमआई-8 और एमआई-2 हेलिकॉप्टर भी हैं।
 
शयरात एयरबेस
ये सैन्य हवाई अड्डा होम्स शहर के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। ओरिएंट न्यूज़ और एनाब बलादी का कहना है कि यहां पर 40 हैंगर्स हैं और मिग-23एस, 25एस और सुखोई एसयू-25एस जैसे लड़ाकू विमान हैं।
 
वेबसाइट के अनुसार, यहां पर दो मुख्य रनवे हैं और रूसी एसए-6 एयर मिसाइल के साथ मज़बूत हवाई रक्षा प्रणाली है। अप्रैल 2017 में ख़ान शेख़ून शहर में रासायनिक हमले के बाद अमेरिका ने यहां पर हमला किया था। हालांकि, सीरिया सरकार ने उसके तुरंत बाद ही अपना काम शुरू कर दिया था।
 
मेज़ेह एयरबेस
राजधानी दमिश्क से दक्षिण-पश्चिम में मेज़ेह सैन्य हवाई अड्डा है। ओरिएंट न्यूज़ के अनुसार, यहां 22 हैंगर्स और कई लड़ाकू विमान हैं। कहा जाता है कि सीरियाई सेना की जानी-मानी फ़ोर्थ डिविज़न फ़ोर्स और ख़ुफ़िया सेवा इसका इस्तेमाल करती है। ओरिएंट न्यूज़ और एनाब बलादी के अनुसार, वायु सेना का ख़ुफ़िया विभाग इसको हिरासत केंद्र के रूप में भी इस्तेमाल करता है।
 
अल-नयराब एयरबेस
यह सैन्य हवाई अड्डा अलेप्पो अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के नज़दीक स्थित है। एनाब बलादी के अनुसार, यहां पर आठ हैंगर्स हैं और साथ ही इराक़ और लेबनान सरकार समर्थित लड़ाके यहां पहुंचते हैं।
 
सीरियाई तट पर मैमीम बेस भी है। इस अड्डे को शायद ही निशाना बनाया जाए क्योंकि यह रूस के कब्ज़े में है। देर अल-ज़ूर एयरबेस यह देश के पूर्व में देर अल-ज़ूर शहर में स्थित है। यह संभावित निशाना हो सकता है। सीरिया सेना के सितंबर 2017 में सैन्य अभियान से पहले यह इस्लामिक स्टेट समूह के कब्ज़े में था।
 
अल-सीन एयरबेस
दमिश्क से 80 किलोमीटर की दूरी पर अल-सीन सैन्य हवाई अड्डा है। यहां पर 36 हैंगर्स और दो रनवे हैं। 10 अप्रैल को विपक्षी केंद्रों ने यह रिपोर्ट दी थी कि सीरियाई सरकार ने अल-सीन और शयरात अड्डों से कई लड़ाकू विमानों को हटाकर अल-नयराब एयरबेस और दमिश्क एयरपोर्ट पर भेज दिया है।
 
सेना की लोकेशन
ओरिएंट न्यूज़ के अनुसार, सैन्य हवाई अड्डों के अलावा ऐसे भी कुछ सेना के केंद्र हैं जहां हमले किए जा सकते हैं। वेबसाइट ने ऐसे कई स्थानों के बारे में बताया है जिनमें से अधिकतर राजधानी दमिश्क के नज़दीक हैं।
 
इन जगहों पर फ़ोर्थ डिविज़न, रिपब्लिकन गार्ड और थर्ड डिविज़न के बेस हैं जिन्हें हाल ही में एलीट फ़ोर्स में तब्दील किया है और ये फोर्स सीधा राष्ट्रपति बशर अल-असद को रिपोर्ट करती है। इसके अलावा ऐसे भी कई स्थान हैं जहां कथित तौर पर सीरियाई सरकार हथियार बनाती और रखती है, उन्हें भी निशाना बनाया जा सकता है।
 
वैज्ञानिक अध्ययन अनुसंधान केंद्र (एसएसआरसी)
राजधानी से उत्तर में जमराया गांव में स्थित एसएसआरसी काफ़ी प्रसिद्ध है। ऐसा संदेह है कि पहले भी जो हमला हुआ था वो इसराइली विमानों ने किया था। ख़ासकर अमेरिका समेत कई पश्चिमी ताकतें सीरियाई सरकार पर यह आरोप लगाती रही हैं कि वह एसएसआरसी में रासायनिक और ग़ैर-पारंपरिक हथियार बनाती है।
 
एसएसआरसी की कई शाखाएं हैं जहां हुए हमलों का संदेह इसराइली लड़ाकू विमानों पर है। सीरियाई सरकार का कहना है कि यह नागरिकों के लिए अनुसंधान संस्थान हैं।
 
अल-सफ़ीरा
अलेप्पो प्रांत में अल-सफ़ीरा शहर सीरिया का सबसे बड़ा सैन्य निर्माण सुविधा केंद्र है। एनाब बलादी का कहना है कि वायु रक्षा ब्रिगेड इस केंद्र की निगरानी करती है। समाचार वेबसाइट के अनुसार, यहां ख़ुफ़िया शोध केंद्र भी है और यहां एक इमारत है जिसमें रासायनिक हथियारों पर ही ध्यान केंद्रित किया जाता है और किसी को भी इसमें जाने की अनुमति नहीं है।

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