प्रोफ़ेसर बियर्न बेनेक बताते हैं, 'ये पहली बार है जब हम पृथ्वी के अलावा किसी दूसरे ग्रह पर सचमुच पानी की मौजूदगी और भाप देख रहे हैं। ये ग्रह ऐसी जगह पर है जहां इसे पर्याप्त मात्रा में ऊष्मा मिल सकती है, ठीक वैसे ही जैसे पृथ्वी को सूर्य से मिलती है। यही वजह है कि हम यहां जीवन की संभावना देख रहे हैं।'
'मुझे लगता है कि हमें इसकी पृथ्वी से तुलना करते हुए थोड़ा सावधान रहना होगा क्योंकि ये कई मायनों में अलग भी है। इसका व्यास पृथ्वी के व्यास से लगभग ढाई गुना ज़्यादा है। हम जानते हैं कि इस तरह के ग्रहों के चारों ओर गैसों का मोटा आवरण भी होता है और जैसे-जैसे आप इसके अंदर जाते हैं, तापमान भी बढ़ता जाता है।'