राजनाथ और शाह के बयानों से निकले हताशा के संकेत

अनिल जैन

मंगलवार, 3 नवंबर 2015 (20:22 IST)
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की स्थिति को लेकर भाजपा के आला नेताओं के आत्मविश्वास की हवा निकलने लगी है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथसिंह का ताजा बयान यही संकेत देता है। उन्होंने कहा है कि बिहार में अगर भाजपा हार भी गई तो अमित शाह पार्टी अध्यक्ष बने रहेंगे। एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में सिंह ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि बिहार के चुनाव नतीजे भाजपा की अपेक्षा के अनुरूप न आने पर अमित शाह को पार्टी अध्यक्ष का दूसरा कार्यकाल नहीं दिया जाएगा।
राजनीतिक हलकों में राजनाथसिंह के इस बयान को लेकर माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व बिहार में जीत को लेकर आश्वस्त नहीं है, इसीलिए तरह के बयान दिए जा रहे हैं। इससे पहले पिछले सप्ताह तीसरे चरण का मतदान खत्म होने के बाद खुद अमित शाह ने भी कहा था कि बिहार के चुनावी नतीजों को केंद्र की मोदी सरकार के कामकाज पर जनमत संग्रह नहीं माना जाना चाहिए। शाह ने इस बात से भी इनकार किया था कि अगर बिहार में भाजपा नीत गठबंधन हार गया तो आर्थिक सुधारों को आगे बढाने को लेकर केंद्र सरकार का उत्साह ठंडा पड जाएगा। 
 
राजनाथ और अमित शाह के ये बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बिहार के चुनाव में लगे तमाम नेताओं के इस दावे की हवा निकालने वाले हैं कि बिहार में भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन भारी बहुमत से सत्ता पर काबिज होने जा रहा है। अगर ऐसा नहीं है तो फिर इस तरह के बयानों का क्या औचित्य है। समझा जा रहा है कि राजनाथ और शाह के इन बयानों का मकसद चुनाव नतीजों के बाद पार्टी में उठ सकने वाले असंतोष के स्वरों को उठने से पहले ही दबाना है। 

वेबदुनिया पर पढ़ें