चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा कि आयोग ने आपके जवाब पर सावधानी पूर्वक विचार किया और यह पाया कि आपने इस तरह का विवादित बयान देने से इंकार नहीं किया है। उन बयानों को उचित ठहराने के लिए आपकी ओर से जो तर्क दिए गए हैं, उन्हें आयोग द्वारा विश्वसनीय नहीं पाया गया।