यादव ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि यह सच है कि निर्वाचन आयोग (ईसी) आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में वोट चोरी के लिए भाजपा के साथ सांठगांठ कर रहा है। वास्तव में, विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की शुरुआती प्रक्रिया के बाद निर्वाचन आयोग द्वारा प्रकाशित मसौदा मतदाता सूची को वोट की डकैती कहा जाना चाहिए। निर्वाचन आयोग राज्य में भाजपा नेताओं को दो मतदाता पहचान पत्र हासिल करने में मदद कर रहा है।आज एक और खुलासा:-
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 13, 2025
श्रीमती निर्मला देवी बीजेपी की बड़ी नेत्री और मुजफ्फरपुर की मेयर है।
इनके पास एक दो EPIC ID - REM1251917 और GSB1835164 है।
इनके एक ही विधानसभा में दो अलग अलग बूथ पर दो अलग-अलग वोट है।
दो अलग-अलग EPIC कार्ड में इनकी दो अलग-अलग उम्र है।
SIR… pic.twitter.com/VGLmy3BEn6