कहने वालों की जुबां तो नहीं पकड़ी जा सकती इसलिए वो बकबक करते हैं कि यदि अभिषेक बच्चन महानायक अमिताभ बच्चन के बेटे नहीं होते तो पहली फिल्म 'रिफ्यूजी' के बाद ही उन्हें बॉलीवुड छोड़ किसी और धंधे-पानी की शरण लेना पड़ती। वो तो बिग बी का प्रताप है जो अभिषेक को काम मिलता रहा। कभी लोगों ने अमिताभ का चेहरा देख अभिषेक को काम दे दिया तो कभी संबंधों के चलते अभिषेक को फिल्में मिलती रही।
अभिषेक अच्छे एक्टर नहीं हैं यह पहली फिल्म देख पता चल गया था। वैसे जरूरी नहीं है कि बॉलीवुड में चलने के लिए अच्छा एक्टर ही होना चाहिए। सलमान खान आज नंबर वन स्टार हैं, लेकिन उन्हें भी एक्टिंग आती कहां है? पर उनका स्टारडम है। लोकप्रियता है। अभिषेक को वैसी लोकप्रियता भी प्राप्त नहीं है। लिहाजा सन 2000 से फ्लॉप फिल्मों का जो सिलसिला शुरू हुआ वो अब तक जारी है।
12-13 सालों तक अभिषेक को फिल्में मिलती रहीं, लेकिन जब हैप्पी न्यू ईयर या ऑल इज़ वेल जैसी फिल्मों में वे आने लगे तो बात पत्नी ऐश्वर्या राय बच्चन के बर्दाश्त के भी बाहर हो गई। उन्होंने अभिषेक को बेशकीमती सलाह दे डाली कि फिजूल की फिल्मों में काम करने से बेहतर है कि आप घर पर बैठो। वैसे यह काम बिग-बी को करना था, लेकिन वे वो हिम्मत नहीं जुटा पाए जो ऐश ने दिखाई।