28 सितम्बर को यश राज फिल्म्स की 'सुई धागा' का प्रदर्शन होने जा रहा है जिसके निर्माता हैं आदित्य चोपड़ा। आदित्य इतनी कुशलता के साथ फिल्म का बजट तय करते हैं कि विभिन्न राइट्स बेचकर ही उनकी फिल्मों की लागत रिलीज के पहले वसूल हो जाती है। इसलिए कई बार उनकी फिल्में थिएटर्स में अच्छा व्यवसाय नहीं भी कर पाती हैं तो भी उन्हें नुकसान नहीं उठाना पड़ता है। उनकी इसी कुशलता को करण जौहर ने भी सीखा और आज करण भी देश के नामी फिल्म निर्माता बन गए हैं।
सुई धागा की 80 प्रतिशत लागत रिलीज के पहले ही वसूल हो चुकी है, इसलिए निर्माताओं के लिए घबराने की कोई बात ही नहीं है। सवाल प्रतिष्ठा का है कि क्या यह फिल्म यश राज फिल्म्स जैसे बैनर की प्रतिष्ठा के अनुरूप बिजनेस कर पाती है या नहीं।
इसका अहम कारण वरुण और अनुष्का के लुक हो सकते हैं। फिल्म में इन दोनों स्टार्स को इतना सामान्य लुक दिया गया है कि दर्शक फिल्म देखने का अब तक मन नहीं बना पाए हैं। इसे देख लगता है कि फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर ओपनिंग पहले दिन प्रभावित हो सकती है। साथ ही 28 तारीख को एशिया कप का फाइनल है जिसमें भारत पहुंच चुका है। यह मैच भी फिल्म के कलेक्शन प्रभावित कर सकता है।
यह फिल्म पूरी तरह माउथ पब्लिसिटी पर निर्भर है। यदि यह पॉजिटिव निकलती है तो फिल्म दूसरे दिन से पिक-अप कर सकती है। फिल्म का निर्देशन शरत कटारिया ने किया है जो 'दम लगा के हईशा' नामक फिल्म इसी बैनर के लिए बना चुके थे, जो बॉक्स ऑफिस पर सफल रही थी। उस फिल्म में आयुष्मान खुराना और भूमि पेडनेकर थे। इस फिल्म में शरत को बड़े सितारे मिले हैं। इन सितारों के साथ उन्होंने छोटे शहर की कहानी पर आधारित फिल्म बनाई है।
इस तरह की कहानी के लिए राजकुमार राव या आयुष्मान खुराना तो फिट नजर आते हैं, लेकिन वरुण जैसे बड़े सितारे को उन्होंने कैसे इसमें फिट किया है, यह देखना दिलचस्प होगा।