खाली समय में पुरानी फिल्में देखती हूँ : समीरा रेड्डी
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फिलहाल समीरा फिल्मों में तो नजर कम ही आ रही हैं, लेकिन चर्चा में वे लगातार बनी रहती हैं। एक तरफ वे कमर्शियल फिल्मों में ग्लैमरस रोल कर रही हैं तो दूसरी ओर कला फिल्मों में उत्कृष्ट अभिनय कर लोगों को प्रभावित कर रही हैं। हाल ही में नीलम कोठारी ने उनसे बातचीत की। पेश है बातचीत के प्रमुख अंश :
समीरा, कभी आपने सोचा था कि आप एक साधारण परिवार से यहाँ तक आएँगी? ईमानदारी से कहूँ तो मैंने भी बाकी लोगों की तरह नेम और फेम के लिए सोचा था। पर यह भी सुना था कि अकसर फिल्मी दुनिया की चकाचौंध में कइयों के सपने टूटते हैं। मैने यहाँ पर सफलता पाने के लिए खूब मेहनत की, पर मै इसके नकारात्मक परिणाम के लिए भी तैयार थी।
फिल्मी दुनिया मे आने का खयाल कैसे आया? यह खयाल बचपन से मेरे दिमाग पर था और हर लड़की की तरह मै भी पर्दे पर आना चाहती थी, एक दिन मम्मी से बातें करते मैंने ठान लिया कि मुझे फिल्मों में जाना हैं।
कैसा लगता है जब लोग आपको स्टार कहते है? अच्छा लगता है।
आप एक सेल्फ डिपेन्डेंट लड़की हैं। क्या लाइफ में कभी ऐसा हुआ जिससे आप हताश हुई हो? मै सेल्फ डिपेन्डेंट बचपन से हूँ। लाइफ में कई बार ऐसा होता है कि जब हम हताश होते हैं। मेरे शुरुआती दिन काफी स्ट्रगल भरे थे। उस दौरान कई बार मै हताश हो जाती थी।
म्यूजिक वीडियो और मॉडलिंग से फिल्मी दुनिया तक सफर कैसा रहा? यह मेरे लिए बहुत बड़ा चैलेंज था। पर मैंने इसे पाने के लिए खूब मेहनत की, मॉडलिंग से स्टारडम तक का रास्ता बेहद खूबसूरत व चैलेंजिग था।
आपकी मनपसन्द चीजें क्या हैं, जिन्हें आप अपने खाली समय में करती हैं? मुझे, डांस, म्यूजिक और खाना पसन्द है। खाली समय मै पुरानी फिल्में देखती हूँ।
अगर बॉलीवुड में न होती तो कहाँ होती? मै बचपन से ही क्लासिक डांस में रूचि रखती हूँ , तो यदि मै बॉलीवुड में ना होती तो मैं निश्चित ही एक क्लासिकल डांसर होती।
आपके मुताबिक एक आम लड़की को स्टारडम तक पहुँचने की क्या क्वालिटी होनी चाहिए? प्रतिभा होना जरूरी है। आप टैलेंटेड होते हैं तो आपके अन्दर आत्मविश्वास और हिम्मत खुद ही आ जाते हैं। यही टैलेंट आपको सामान्य व्यक्ति से स्टार बना देता है।