28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर को ईश्वर के वरदान के रूप में जो आवाज मिली है, उसका सर्वोत्तम उपयोग मानव-कल्याण के लिए लताजी ने किया है। दुनिया में कोई स्त्री आज तक ऐसी नहीं हुई है, जिसने अपनी आवाज के बल पर इतनी दौलत और शोहरत अर्जित की हो। लताजी ने अपनी आवाज को हवा में बिखेरकर बच्चों से लेकर बूढ़ों तक को समय-समय पर सुकून पहुँचाया है। लोरी गाकर बच्चों को सुलाया है। युवा-वर्ग को उनके प्रेम-प्यार की अभिव्यक्ति दी है। बूढ़ों को उनके अकेलेपन में अपनी आवाज का सहारा दिया है। पूरा मंगेशकर परिवार अपनी साधना, अपनी लगन, अपने परिश्रम से विश्वभर के संगीत श्रोताओं के लिए आदर्श के साथ प्रेरणा के स्रोत बना है। जब तक धरती पर सूरज-चाँद और सितारे रहेंगे, लता की आवाज हमारे आसपास गूँजती रहेगी। आइए जानें लता के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्यों को :