मधुबाला को हमेशा रही सच्चे प्यार की तलाश: हर किसी को नहीं मिलता प्यार जिंदगी में

समय ताम्रकर

शनिवार, 11 फ़रवरी 2023 (06:57 IST)
मधुबाला। बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत हीरोइन जिसके चर्चे आज भी होते हैं। कई खूबसूरत अभिनेत्रियां आईं और गईं, लेकिन मधुबाला की खूबसूरती के आगे कोई नहीं टिक सका। नि:संदेह मधुबाला को हिंदुस्तान की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस माना जाता है। कितने आश्चर्य है कि इतनी खूबसूरत होने के बावजूद मधुबाला को सच्चा प्यार नहीं मिला। जिस को उन्होंने दिल से चाहा वो बेवफा निकला। 
 
मधुबाला की खूबसूरती ही उनकी दुश्मन थी। जिस किसी भी निर्देशक या हीरो के साथ वे फिल्म करती थीं वही उन्हें दिल दे बैठता था। किसी से हंस-बोल क्या ली, वह गलतफहमी पाल लेता था। कई लोग इकतरफा प्यार की आग में जलते रहे। कुछ ने हिम्मत कर मधुबाला को प्रपोज भी किया। दूसरी ओर मधुबाला ने जिससे इश्क किया उसमें उन्हें असफलता हाथ लगी। 
 
न प्रेम मिला न नाथ 
मधुबाला का दिल आया था अभिनेता प्रेमनाथ पर। बादल नामक फिल्म में दोनों ने साथ काम किया था। इश्क परवान चढ़ गया। दोनों शादी भी करना चाहते थे, लेकिन धर्म की दीवार बीच में खड़ी थी जिसे गिराना आसान नहीं था। ऊपर से मधुबाला के पिता अताउल्ला खान बेहद सख्त आदमी। मधुबाला के हर कदम पर उनकी पहरेदारी थी। इसके बावजूद दोनों शादी कर सुखी जीवन जीना चाहते थे। 
 
मधुबाला के साथ दिलीप कुमार भी कुछ फिल्म कर चुके थे और वे भी चुपके-चुपके मधुबाला से प्रेम फरमाने लगे थे। प्रेमनाथ के दिलीप कुमार परम मित्र थे। बातों ही बातों में एक दिन प्रेमनाथ को पता चला कि मधुबाला पर दिलीप कुमार दिलो-जान से मरते हैं। इससे प्रेमनाथ के अंदर का दोस्त जाग गया। दोस्ती और त्याग की भावना प्रबल हो गई। दिलीप कुमार और मधुबाला के बीच से प्रेमनाथ ने हटने का फैसला किया। 
 
आखिर प्रेमनाथ ने ऐसा क्यों किया? क्या मधुबाला के सौंदर्य से वे भयभीत हो गए थे? बहरहाल, जब मधुबाला को यह बात पता चली तो वे प्रेमनाथ पर बहुत नाराज हुईं कि आखिर उनका कसूर क्या है? इधर प्रेमनाथ ने बीना रॉय से शादी करने का फैसला ले लिया। इससे मधुबाला बुरी तरह से आहत हुईं। शादी में उन्होंने प्रेमनाथ को बद्दुआ दी कि उन्हें अपने वैवाहिक जीवन में कभी सुख नहीं मिलेगा। 
 
जब तक जिंदा हूं मधुबाला को प्यार करता रहूंगा 
मधुबाला को दिलीप कुमार बेहद चाहने लगे थे। मधुबाला पर से भी प्रेमनाथ की खुमारी उतरी तो वे भी दिलीप कुमार की ओर आकर्षित होने लगीं। मधुबाला के पिता अताउल्ला खान को दिलीप कुमार फूटी आंख नहीं सुहाते थे। दिलीप कुमार के अंदर भी उनके प्रति नफरत की भावना थी। मधुबाला पर पहरा और सख्त कर दिया गया। 


 
जिस फिल्म में मधुबाला और दिलीप कुमार साथ काम करते थे उसकी शूटिंग के दौरान अताउल्ला भी सेट पर पहुंच जाते थे। इससे दिलीप कुमार बेहद नाराज हो जाते थे। कहने वाले कहते हैं कि मधुबाला का दिलीप कुमार केवल उपयोग कर रहे थे। वे मधुबाला को लेकर बहुत गंभीर नहीं थे, लेकिन मधुबाला तो मोहब्बत में गिरफ्त हो चुकी थी। 
 
दिलीप को अताउल्ला खान खूब पहचानते थे। उन्होंने मधुबाला को दिलीप कुमार के साथ फिल्म करने से रोकने की कोशिश की। 'नया दौर' के लिए दिलीप कुमार और मधुबाला की जोड़ी को ही चुना गया था। जब आउटडोर शूटिंग के लिए दूसरे शहर जाने की बात आई तो अताउल्ला बिफर पड़े। उन्होंने अपनी बेटी को इसकी इजाजत नहीं दी। आखिरकार मधुबाला को फिल्म से हटा कर वैजयंतीमाला को चुन लिया गया। बात अदालत तक जा पहुंची। प्रेमनाथ के अनुसार अदालत में दिलीप कुमार ने कहा था कि वे मधुबाला से प्रेम करते हैं और जब तक जिंदा रहेंगे करते रहेंगे। लेकिन दिलीप कुमार के लिए यह बात महज एक डायलॉग थी। 
 
इन घटनाओं से दिलीप कुमार ने मधुबाला से संबंध तोड़ लिए और मधुबाला को प्यार में एक बार फिर धोखा मिला। वे नैराश्य में चली गईं। बिखर गईं। इसी दौरान उन्हें वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट नामक दिल की बीमारी हो गई जिसका उस समय कोई इलाज नहीं था। डॉक्टर्स ने सलाह दी कि मधुबाला को तनाव से दूर रहना चाहिए। खुश रहना चाहिए। प्यार में मिले धोखों से मधुबाला की हालत खराब थी और अब दिल ने भी धोखा दे दिया। वे जीना चाहती थीं, लेकिन समय कम था। 
 
शादी की चाहत
मौत को गले लगाने के पहले मधुबाला एक बार शादी करना चाहती थीं। इसी दौरान उन्हें किशोर कुमार मिले, जिनके साथ 'चलती का नाम गाड़ी' नामक फिल्म वे कर चुकी थीं। मस्तमौला किशोर कुमार को मधुबाला ने सारा किस्सा सुनाया। किशोर का भी उस समय अपनी पहली पत्नी से तलाक हो गया था। वे भी जिंदगी के बुरे दौर से गुजर रहे थे। दोनों शादी के लिए तैयार हो गए और 16 अक्टूबर 1960 को शादी कर ली। 


 
इस शादी को लेकर कई तरह की बातें अब तक होती रहती हैं। कुछ कहते हैं कि पैसों की लालच में ये किया गया। कुछ कहते हैं कि दोनों में खूब झगड़े हुए क्योंकि उनका मिजाज एक-दूसरे से बिलकुल जुदा था। एक पूरब था और दूसरा पश्चिम।  इन बातों के विपरीत किशोर कुमार जानते थे कि मधुबाला उन्हें पत्नी के रूप में सुख नहीं दे पाएंगी। वे बीमार हैं। टूटी हुई हैं। शादी के तुरंत वे मधुबाला को इलाज के लिए लंदन भी ले गए थे। उन्होंने मधुबाला का लंबे समय तक इलाज करवाया। उस समय दस हजार रुपये रोज का खर्चा लगता था जो कंजूस कहे जाने वाले किशोर कुमार ने उठाया। 
 
मधुबाला धीरे-धीरे मौत की तरफ बढ़ रही थी। ऐसे में वे अक्सर अपने परिचितों को मिलने के लिए बुला लेती थी। मधुबाला बिस्तर पर लेटी रहती और किशोर उन्हें हंसाने की कोशिश करते। बीमारी के कारण मधुबाला चिड़चिड़ी भी हो गई थीं। किशोर कुमार से झगड़ा भी करती थी। वे अपने पिता के घर पर भी रहने चली गई थीं। किशोर कुमार ने नया फ्लैट खरीदा वहां भी रहीं। 23 फरवरी 1969 को 36 वर्ष की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।  
 
ये भी चाहते थे मधुबाला से शादी करना 
मधुबाला से शादी करने वालों की कमी न थी। कमाल अमरोही ने भी मधुबाला से शादी करने का प्रस्ताव रखा था। उस समय वे दिलीप कुमार से मोहब्बत कर रही थी। उन्होंने कमाल का प्रस्ताव ठुकराने में देर नहीं लगाई। कमाल इससे बेहद आहत हुए थे। 
 
अभिनेता रहमान भी मधुबाला से शादी करने की चाहत रखते थे, लेकिन मधुबाला को उनकी मोहब्बत कबूल नहीं थी। मधुबाला के साथ फिल्म करते-करते अभिनेता भारत भूषण को भी प्यार हो गया था। प्रदीप कुमार भी फिल्म करते-करते मधुबाला को दिल दे बैठे थे। इन दोनों ने शादी के लिए मधुबाला को प्रपोज़ किया था, लेकिन मधुबाला को ये पसंद नहीं थे। 
 
प्रेम बड़ी विचित्र चीज है। जिसे आप पसंद करते हैं वो आपको पसंद नहीं करता। जो आप पर मरता है उसे आप पसंद नहीं करते। मधुबाला ने प्रेमनाथ और दिलीप कुमार को दिल से चाहा, लेकिन इस खूबसूरत नायिका को भी प्रेम में असफलता हाथ लगी। 

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