ये साली जिंदगी" में प्रभावशाली अभिनय करने के बाद अरुणोदय सिंह का नाम अचानक चर्चाओं में आ गया है। हालाँकि अरुणोदय फिल्मों में नजर आते रहे हैं लेकिन उन्हें नोटिस नहीं लिया गया। या कहें कि उन्हें इतना स्क्रीन स्पेस भी नहीं दिया गया कि दर्शक उनकी प्रतिभा को पहचान पाएँ। एक टेलेंटेड एक्टर परिस्थितिवश कुछ दिनों या महीनों के लिए भले ही इग्नोर होता रहे, लेकिन एक न एक दिन, वह अपने जलवे तो दिखा ही देगा और ऐसा ही अरुणोदय सिंह ने भी कर दिया है।
आज निर्माता डेट्स लेने के लिए उनके आगे-पीछे घूम रहे हैं। आमिर खान की तरह अरुणोदय भी अपने हर काम में परफेक्शन चाहते हैं, चाहे वह स्क्रिप्ट ही क्यों न हो। अतः वे बहुत सोच-समझकर कोई फिल्म साइन करते हैं। डायरेक्टर का नजरिया भी उन्हें प्रभावित करता है कि वह किस सोच के तहत फिल्म बनाने चला है। अरुणोदय को इस बात की भी खुशी है कि मधुर भंडारकर ने उनके अभिनय से प्रभावित होकर उन्हें "हीरोइन" में एक प्रभावशाली किरदार के लिए साइन कर लिया है।
हालाँकि जब अरुणोदय को साइन किया गया था, तब फिल्म की हीरोइन ऐश्वर्या राय थी, पर अब उनकी जगह करीना ने ले ली है लेकिन अरुणोदय अपनी जगह कायम हैं। देखने वाली बात तो यह होगी कि करीना के साथ उनकी केमिस्ट्री कितनी फिट रहेगी।
पिछले दिनों अरुणोदय उदयपुर में थे, जहाँ उनकी फिल्म "एक बुरा आदमी" की शूटिंग चल रही थी। अरुणोदय अपनी इस फिल्म के बारे में कहते हैं यह एक पोलिटिकल थ्रिलर है, जिसमें मैं मुन्ना सिद्दीकी नाम के युवक की भूमिका में हूँ जो कि एक अच्छे मुस्लिम परिवार का नालायक बेटा है। उसे लगता है कि असली पावर बस एक राजनेता के पास होता है और वह भी इस पावर को हासिल करना चाहता है क्योंकि उसे बड़ा आदमी बनना है। निर्मात्री जैना मस्तुरा की इस फिल्म में मेरे साथ रघुबीर यादव, यशपाल शर्मा, किटू गिडवानी व नई अभिनेत्री अंगीरा हैं, जो कि मेरे अपोजिट हैं। फिल्म के निर्देशक हैं इशराक शाह। रघुबीर यादव जैसे सशक्त कलाकार के साथ काम करते हुए कैसा लगा! इस पर अरुणोदय कहते हैं कि बहुत ही अच्छा, मजा आया उनके साथ काम करने में, साथ में बहुत कुछ सीखा भी अभिनय के बारे में, जो कि एक्टिंग कोर्स के दौरान भी नहीं सीख सका था।
आखिर कब तक बुरे आदमी की भूमिका करते रहेंगे? इस सवाल पर अरुणोदय हँसते हुए बोले कि जब तक लोग अच्छे इंसान की भूमिका नहीं देते। वे कहते हैं कि वैसे यह फिल्म कुछ अलग तरह की है जिसमें मैं बुरा आदमी नहीं बना हूँ, बल्कि यह फिल्म दिखाती है कि हर अच्छे इंसान के अंदर एक बुरा इंसान भी छिपा होता है। अच्छी भूमिका अच्छी ही होती है चाहे वह नायक की हो या खलनायक की।
आपने अब तक लीक से हटकर फिल्में की हैं और खासतौर पर ऐसी फिल्में, जो वूमेन ओरिएंटेड थीं। क्या नाच-गाने वाली फिल्में करने का मन नहीं करता? यह पूछने पर अरुणोदय कहते हैं, "मुझे लगता है कि मैं जिस तरह की भूमिकाएँ कर रहा हूँ, उनमें मैं खुद को सहज पाता हूँ या कहूँ कि मुझे ऐसी भूमिकाएँ ही सूट करती हैं। जिन दर्शकों ने भी मुझे पसंद किया, मैं उनका शुक्रगुजार हूँ। वैसे बहुत सारे अभिनेता नाच-गाने वाली फिल्में कर रहे हैं एक मेरे नहीं करने से क्या फर्क पड़ता है? मुझे लगता है कि मुझे कुछ अलग हट कर ही फिल्में करनी चाहिए। वैसे मैंने कोई सीमा रेखा नहीं बनाई कि खास जोनर की फिल्में ही करूँगा। अभी तो मेरी शुरूआत है। आगे-आगे देखिए होता है क्या!
मधुर भंडारकर की "हीरोइन" में करीना कपूर के साथ काम करने की बात सोचकर अरुणोदय कुछ प्रेशर तो नहीं महसूस कर रहे! वे कहते हैं, बिलकुल भी नहीं। हम साथ काम रहे हैं, कोई जंग थोड़े ही लड़ने वाले हैं। प्रेशर के बजाय मैं तो बहुत खुश हूँ कि मैं उनके साथ काम करने वाला हूँ। वैसे आपको बता दूँ इस फिल्म में मेरी अलग तरह की भूमिका है। इस फिल्म से आप सभी की यह शिकायत भी दूर होने वाली है कि मैं कुछ अलग भूमिका क्यों नहीं करता।
अपने आगामी प्रोजेक्ट्स के बारे में अरुणोदय कहते हैं कि मैं विवेक अग्निहोत्री की फिल्म "ट्रैफिक जाम" में भी काम कर रहा हूँ। इसमें मेरे साथ अनुपम खेर, माही गिल हैं। यह फिल्म भी पोलिटिकल थ्रिलर ही है।