व्यवसाय की दृष्टि से देखा जाए तो विवेक ओबेरॉय को लेकर ’प्रिंस’ जैसी महँगी फिल्म बनाना बेहद जोखिम भरा काम है। पिछले कुछ वर्षों से विवेक रेस में बहुत पिछड़ गए हैं और सोलो हीरो के रूप में उनकी मार्केट वैल्यू ज्यादा नहीं है। लेकिन ‘प्रिंस’ के निर्माता तौरानी को अपनी फिल्म और विवेक पर पूरा विश्वास है।
‘प्रिंस’ के प्रोमो को बहुत अच्छा रिस्पांस मिला है और इस बात ने विवेक को उत्साह से भर दिया है। लंबे समय बाद विवेक आश्वस्त दिख रहे हैं कि जिस सफलता को अरसे से वे तलाश रहे हैं वो ‘प्रिंस’ के जरिये उन्हें मिल जाएगी। उनका कहना है कि फिल्म बहुत अच्छी बनी है और सफलता जरूर हासिल करेगी।
निर्देशक कुकी गुलाटी के साथ विवेक कुछ म्यूजिक वीडियो कर चुके हैं इसलिए उनकी जान-पहचान पुरानी है। जब कुकी ‘प्रिंस’ का ऑफर लेकर विवेक पास आए और कहानी सुनाई तो वे फौरन तैयार हो गए।
फिल्म का एक्शन इस समय चर्चा में है और विवेक ने इसके लिए काफी मेहनत की। थाइलैण्ड के ट्रेनर से मार्शल आर्ट सीखा। स्केटिंग सीखी। कई खतरनाक स्टंट उन्होंने खुद किए।
इस बात की विवेक को पूरी उम्मीद है कि उनका करियर फिर से पटरी पर लौट आएगा। प्रिंस के बाद उनकी ‘रक्त चरित्र’ प्रदर्शित होगी और विवेक का कहना है कि रामगोपाल वर्मा बहुत शानदार फिल्म बना रहे हैं।
बड़े-बड़े दावे करना, अपनी फिल्म को विशिष्ट बताना बॉलीवुड का हर हीरो करता है। विवेक भी कर रहे हैं। ‘प्रिंस’ वाकई में प्रिंस है या नहीं, आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।