बंगाल के मशहूर उपन्यासकार शरतचंद्र द्वारा लिखित उपन्यास ‘देवदास’ को पहली बार रुपहले पर्दे पर 1928 में प्रस्तुत किया गया था। इस फिल्म को कई अन्य भाषाओं में अलग- अलग तरह से प्रस्तुत किया गया है। अब सुधीर मिश्रा भी इस उपन्यास पर आधारित एक फिल्म निर्देशित कर रहे हैं, जिसका नाम है ‘देवदास'।
इस सिलसिले में ऋचा कहती हैं, ‘’पारो जैसे समय के परे किरदार को निभाना मेरे लिए बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है। सच पूछिए तो अब तक मैंने हिंदी में रुपांतरित ‘देवदास’ पर आधारित सिर्फ दो फिल्में देखी थीं, लेकिन जब सुधीर जी ने मुझे अपनी इस फिल्म का ऑफर दिया तो मुझे लगा कि यह मेरी ज़िम्मेदारी है कि मैं उन सभी फिल्मों को देखूं जो ‘देवदास’ से प्रेरित हैं। इससे मुझे अपने किरदार को समझने के साथ एक नए अंदाज़ में प्रस्तुत करने में भी सफलता मिलेगी।’’