तारे जमीं पर का निर्देशन का भार आमिर खान को अचानक संभालना पड़ा था। दो-तीन दिन की शूटिंग के बाद उन्हें अमोल गुप्ते का निर्देशन पसंद नहीं आया और बागडोर उन्होंने अपने हाथ में ली। एक उम्दा फिल्म उन्होंने बनाई जिसे फिल्म समीक्षकों की सराहना के साथ-साथ बॉक्स ऑफिस पर भी सफलता मिली।