कोरोना महामारी के कारण फिल्म इंडस्ट्री लगभग ठप पड़ी हुई है। इस महामारी ने इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री को पिछले एक साल से ग्रसित कर रखा था और कोविड-19 की दूसरी लहर के चलते एक बार फिर से हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री का पहिया थम चुका है। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान आदित्य चोपड़ा ने फिल्म इंडस्ट्री के हजारों दिहाड़ी कामगारों के खातों में सीधे पैसा डालकर उनकी तरफ मदद का हाथ बढ़ाया था।
आदित्य चोपड़ा ने इंडस्ट्री के हजारों दिहाड़ी कामगारों द्वारा वर्तमान में झेले जा रहे भयंकर सोशियो-इकोनॉमिक और मानवीय संकट को संज्ञान में लिया है तथा यश चोपड़ा फाउंडेशन की तरफ से 'यश चोपड़ा साथी इनिशिएटिव' प्रस्तुत कर दिया गया है, ताकि हजारों दिहाड़ी कामगार इस उथलपुथल भरे बेहद अस्थिर व अनिश्चित दौर को पार कर सकें।
यशराज फिल्म्स के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट अक्षय विधानी बताते हैं, यश चोपड़ा फाउंडेशन हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री तथा इसके उन कामगारों का एक सतत व अथक सपोर्ट सिस्टम बनने के लिए प्रतिबद्ध है, जो फिल्मों की हमारी 50 वर्षीय यात्रा का अंतरंग हिस्सा रहे हैं।
उन्होंने कहा, महामारी ने हमारी इंडस्ट्री की बैकबोन यानी दिहाड़ी कामगारों को टूटने की कगार पर पहुंचा दिया है। ऐसे में वाईआरएफ ज्यादा से ज्यादा कामगारों तथा उनके परिवार वालों की मदद करना चाहती है, जो आजीविका छिन जाने की वजह से एक सवाली बन कर रह गए हैं। यश चोपड़ा साथी इनिशिएटिव नामक पहल हमारी इंडस्ट्री के महामारी से प्रभावित उन कामगारों को मदद पहुंचाने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है, जिन पर फौरन सबसे ज्यादा ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।