दुनिया भर के गंजों को समर्पित..
— Anupam Kher (@AnupamPKher) March 19, 2021
आज से 40 साल पहले जब मैं मुंबई फ़िल्मों में अपनी क़िस्मत आज़माने आया था तो मेरे बाल झड़ रहे थे और अस्त व्यस्त थे।लोग इसे मेरी क़िस्मत कहते थे और मैं इसे अपनी खासियत कहता था।ऐसे में मैंने ख़ुद को और ज़माने को हंसाने के लिए गंजो पर ये गाना लिखा। pic.twitter.com/EP3aUcWfmH