उन्होंने जाकिर खान के पोस्ट के साथ अपनी तरफ से कुछ नहीं लिखा, लेकिन पोस्ट पढ़कर समझा जा सकता है कि उन्होंने सिद्धार्थ की मौत को लेकर मीडिया में चल रहीं खबरों और सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों और वीडियो पर नाराजगी जताई है।
ये लाइन कुछ इस प्रकार हैं- वो तुम्हें इंसान नहीं समझते। इसलिए नहीं है कोई लाइन, ना कोई बाउंड्री हैं। तुम्हारी लाश उनके लिए कोई रूह निकला हुआ जिस्म नहीं। बस तस्वीर लेने का एक और मौका है। जितनी हो सके, उतनी। ये वैसे हैं जैसे दंगो में किसी जलते घर में से बर्तन चुराने की कोशिश करना क्योंकि उनके इसके बाद तुम क्या ही काम आओगे।
जाकिर ने अपने पोस्ट में आगे लिखा है, ज्यादा से ज्यादा 10 तस्वीरें, 5 खबरें, 3 वीडियोज और 2 स्टोरीज। 1 पोस्ट ऍर बस खत्म इसलिए तुम्हारी मौत तमाशा ही रहेगी। रोती मां भी तमाशा, गम से टूटा हुआ बाप तमाशा, बेसुद बहन, हिम्मत हारे हुए है भाई, तुमसे मोहब्बत करता हर इंसान उनके लिए तमाशा है। तुम जिंदा होते तो बात अलग थी। तुम्हारे मरने के बाद तुम्हारे रोते-बिलखते अपने, अब इनकी भूख मिटाएंगे।
उन्होंने लिखा, बस बता रहा हूं कि यही जिंदगी चुनी है तुमने और मैंने। जीते जी ये बात मालूम रहे तो तुम्हें शायद मलाल कम होगा। आखिरी बार आंखे बंद होने से पहले, खुश रहो, अपने दोस्तों में, प्यार करो अपने लोगों से, बहुत सारा सीखो, नए रिश्ते बनाओ. बस उनके लिए मत जीना, जितना बचा है. अपने लिए जीना क्योंकि उनके हिसाब से तुम इंसान ही नहीं हो।