आयुष्ममान ने कहा, काफी सोच-विचार के बाद हमें अपना शीर्षक 'बाला' मिला। मुझे याद है कि हम कई दिनों तक इस बात पर चर्चा करते रहे कि शीर्षक क्या होना चाहिए। हम एक अलग, छोटा और मजेदार शीर्षक चाहते थे, जो फिल्म की कहानी के अनुरूप हो।
मैं जानता था कि हमें ऐसा शीर्षक जरूर मिल जाएगा, पर इसको ढूंढ़ना कठिन रहा। अभिनेता ने कहा, मुझे याद है कि कम से कम 30 दिनों तक मैं इस पर सोच-विचार कर रहा था और अचानक एक दिन दिमाग में न जाने कहा से इस शीर्षक 'बाला' का विचार मुझे आया। मैंने अपने निर्माता को फोन कर कहा कि मैंने उनके लिए शीर्षक खोज लिया है।
आयुष्मान का सुझाव सुनने के बाद निर्माता दिनेश विजान अपनी हंसी नहीं रोक पाए। आयुष्मान ने कहा, "मुझे याद है कि दिनो (दिनेश) काफी देर तक अपनी हंसी नहीं रोक पाए और मैं समझ गया कि दर्शकों को हंसाने के लिए हमें एक अच्छा शीर्षक मिल गया है।