निर्देशक विधु विनोद चोपड़ा ने अपने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा किया है और साथ ही लिखा है, 'जबकि आज बॉलीवुड में रोमांटिक सीन आम बात है, लेकिन 30 साल पहले इस तरह के दृश्य बहुत कम थे। इस तरह के एक दृश्य की शूटिंग से जुड़े संघर्ष पर आप भी एक नज़र डालिए।'
इस गाने के बारे में बात करते हुए विधु विनोद चोपड़ा कहते हैं, 'उन दिनों, जब हिन्दी गाने सूर्यास्त में शूट किए जाते थे, कभी-कभी सूरज ऊपर या नीचे होता था या कभी-कभी बीच-बीच में बादल आ जाते थे, मुझे इससे नफरत थी। मेरा आइडिया इस पूरे गाने को सिर्फ एक सूर्यास्त में शूट करना था।'
सीन के बारे में अधिक विस्तार से चर्चा करते हुए वे कहते है, इस दौरान एक ऐसा सीन था जिसमें माधुरी दीक्षित को अनिल को किस करना था, जिसके लिए वह झिझक रही थी और हमारे पास समय बेहद कम था। तब मैंने उनसे कहा जाने दो और भाग जाओ और फिर वह मेरे पास दौड़ती हुए आई और कहती है कि नहीं सर मैं यह करूंगी।
मैंने कहा कि अगर मुझे अंत में समय मिलता है तो मैं उस शॉट को फिर से शूट करूंगा और फिर मैंने चिल्लाया और कहा कि तुम माधुरी नहीं हो। आप पारो हैं। तुम्हारी मां यहां नहीं है और तुम्हारा परिवार यहां नहीं है और तुम्हारा भाई मर चुका है और तुम वह किरदार हो। ऐसा करने के लिए उन्हें वास्तव में समय की आवश्यकता थी।