पहले जिमखाना में बॉलबॉय का काम किया, ट्रेन में अगरबत्ती बेचा, लेडीज बार में थाली धोया, छोटू का काम किया, लेकिन पगार (वेतन) नहीं मिलता था।
इस पर रश्मि कारण पूछती है। तो भाऊ कहते हैं- 'पर एक बात है, तू दिल की साफ है, पर तेरा खेल नहीं समझ आया अभी तक।' इस पर रश्मि टोकती है- 'खेल तो है ही नहीं। सीधा चलो तो सीधा।'