उदयपुर के चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड पर बनी फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' रिलीज के पहले ही विवादों में घिरी हुई है। इस फिल्म में विजय राज लीड रोल में हैं। इसके साथ रजनीश दुग्गल, प्रीति झंगियानी, कमलेश सावंत और मुश्ताक खान भी अहम किरदार में हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि जब तक सरकार कोई फैसला नहीं लेगी, तब तक फिल्म की रिलीज पर रोक रहेगी। यह फिल्म उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की नृशंस हत्या पर आधारित है, जिनकी दुकान के अंदर ही सिर काटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले के आरोपी याचिकाकर्ताओं ने इसकी रिलीज पर स्थायी रोक लगाने की मांग की थी।
मुख्य न्यायाधीश डीके उपाध्याय और न्यायमूर्ति अनीश दयाल की खंडपीठ ने केंद्र सरकार से याचिका पर विचार करने को कहा। उन्होंने एक हफ्ते के भीतर यह तय करने को कहा कि फिल्म को रिलीज किया जाना चाहिए या नहीं। याचिकाकर्ता ने कहा कि फिल्म सांप्रदायिक दंगे भड़का सकती है और सीबीएफसी द्वारा दिए गए प्रमाणन पर पुनर्विचार की आवश्यकता है।
खंडपीठ ने कहा कि याचिकाकर्ताओं ने अभी तक केंद्र सरकार से पुनर्विचार याचिका नहीं की है, इसलिए वे इस स्तर पर न्यायिक हस्तक्षेप की मांग नहीं कर सकते। चूंकि हम याचिकाकर्ता को पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए बाध्य कर रहे हैं, इसलिए हम यह प्रावधान करते हैं कि जब तक सरकार अंतरिम राहत देने के आवेदन पर फैसला नहीं ले लेती, तब तक फिल्म की रिलीज पर रोक रहेगी।
क्या था मामला
28 जून 2022 को गोस मोहम्मद और रियाज नाम के दो लोग टेलर कन्हैयालाल की दुकान में कपड़े सिलावने के बहाने घुसे थे। जब कन्हैयालाल एक शख्स का नाप ले रहा था, तब दूसरे ने धारदार हथियार से उनपर हमला कर दिया। इसके बाद हमलावार उन्हें घसीटते हुए दुकान से बाहर ले गए और बेरहमी से गला रेत दिया।
इस हत्याकांड का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसने देश में सनसनी मचा दी। बताया जाता है कि पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगम्बर मोहम्मद को लेकर एक आपत्तिजनक पोस्ट शेयर की थी, जिसका टेलर कन्हैयालाल ने समर्थन किया था। इसी से नाराज होकर इस हत्याकांड को आरोपियों ने अंजाम दिया।