एबीपी न्यूज से बात करते हुए धर्मेंद्र ने कहा, ये बहुत बड़ा सदमा है, मेरा तो भाई चला गया। मेरा और उनका एक खास रिश्ता था। मैं बहुत दुखी हूं, ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।
दिलीप कुमार साथ अपने पुराने दिनों को याद करते हुए धर्मेंद्र ने कहा, मैं अक्सर उनसे मिलने जाता था, या फोन पर उनका हालचाल पूछता था। यह घड़ी एक दिन तो आनी थी, आज हम सब उनकी बातें कर रहे हैं। उनकी यादें हमेशा मेरे साथ रहेंगी, वो बात-बात पर याद आएंगे।
उन्होंने कहा, मैं जब पहली बार दिलीप साहाब से मिलना चाहता था तो लगा था कि कौन मुझे उनसे मिलवाएगा। फिर उनकी बहन ने मुझे उनसे मिलवाया। उन्होंने मुझे महसूस ही नहीं होने दिया कि वो बहुत बड़े सिनेमाई शख्स हैं, वो हमेशा ऐसे मिले जैसे मैं उनका अपना सगा भाई हूं।