विजय रत्नाकर गुट्टे ने कहा, 'इमरान ने इससे पहले कभी भी कोई ऐसा किरदार नहीं निभाया है और उन्हें ऐसे किरदार पसंद भी आते हैं। उन्होंने तुरंत ही इस किरदार को स्वीकार कर लिया। यह कहानी 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध से शुरू होती है और 1999 के करगिल युद्ध पर खत्म होती है। हम असली एयरबेस पर इस फिल्म की शूटिंग करना चाहते हैं और अगर सरकार की इजाजत मिली तो इसमें असली फाइटर जेट्स को भी फिल्माया जाएगा। उम्मीद है जल्द ही इसकी इजाजत मिल जाएगी।
विजय रत्नाकर गुट्टे ने बताया कि फिल्म की कहानी 26 साल के फ्लाइंग ऑफिसर केसी कुरुविला से शुरू होती है जो दिसंबर 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ फाइटर बॉम्बर स्क्वॉड्रन में काम कर रहे हैं। वह 4 दिसंबर को चंदेर एयर फील्ड पर हमलावर मिशन पर निकलते हैं और ग्राउंड पर खड़े जेट्स और एयरफील्ड को नुकसान पहुंचाते हैं।