'एक्सीडेंट ऑर कॉन्सपिरेसी गोधरा' सिनेमाघरों में सफलता प्राप्त करने के बाद अब जल्द ही ओटीटी पर रिलीज होने जा रही है। वहीं इस बीच इस फिल्म के मेकर्स ने अपनी अगली फिल्म की घोषणा कर दी है। निर्माता बी.जे. पुरोहित और निर्देशक एम.के. शिवाक्ष की अगली फिल्म का नाम 'कैलकुलेटर' है जो एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म होगी।
फिल्म का एक इंटरेस्टिंग अनाउंसमेंट टीजर सोशल मीडिया में शेयर किया गया हैं। ओम त्रिनेत्र फिल्म्स के बैनर तले बन रही फिल्म का अनाउंसमेंट लांन्च कर दिया गया है जो हॉरर, सस्पेंस और थ्रिल से भरपूर है। टीजर की शुरुआत तालाब में नजर आ रही ढेर सारी मछलियों से होती है जो एक प्रतीक के रूप में इस्तेमाल की गई हैं।
समाज सब कुछ देखता है लेकिन बोलता नहीं हैं रेप सिर्फ एक एक्ट नहीं हैं बल्कि पीड़ित को पूरी जिंदगी उसकी पीड़ा से गुजरना पड़ता हैं। दुनिया रेप विक्टिम का पागलपन तो देखती हैं लेकिन उसके पीछे के दुख को नहीं देखती। टीजर के दूसरे हिस्से में महिला हिंसा के कुछ विजुअल्स दिखाई देते है खून से सने हाथो की सफाई के दृश्य और पुलिस सायरन की आवाज के साथ टीजर के दूसरे हिस्से में अकेली सहमी महिला के चलते कदम के कुछ दृश्य नजर आते हैं । इसके बाद वीएफएक्स की मदद से बलात्कार के बाद होने वाले मस्तिष्क के बीच चल रही हलचल और घटनाओं को दिखाया गया हैं और एक सवाल आता हैं क्या आप उसके दुख को केल्कुलेट कर सकते हैं? इस सवाल के साथ सिर छुपाये एक सहमी लड़की के विजुअल्स के साथ 1 मिनट 20 सेकंड का ट्रेलर झकझोर देता हैं।
वीएफएक्स की मदद से तैयार इस टीजर में हमारे समाज के दो सबसे संवेदनशील मुद्दों मानसिक स्वास्थ्य और बलात्कार पर बात होती दिखाई देती है। जब दुनिया पागलपन देखती है, तो लोग उसके पीछे की चुनौतियों और दर्द को भूल जाते हैं। मानसिक बीमारियों को लेकर जागरूकता फैलाने का प्रयास करती इस फिल्म में उस रोग से जुड़ी चुनौती और समाज द्वारा नजरअंदाज किए गए पहलू को उजागर किया जाएगा। वहीं बलात्कार के दर्द को भी इस पिक्चर के माध्यम से दर्शाया जाएगा। टीजर में यही बताया गया है कि बलात्कार सिर्फ एक घटना नहीं है बल्कि यह ज़िंदगी भर झेलने वाला दुख है।
जिस तरह टीजर में दर्शाया गया है आभास होता है कि फ़िल्म जबरदस्त होने वाली है। फ़िल्म के कलाकारों का भी जल्द एलान किया जाएगा। गोधरा के बाद दूसरी फिल्म कैलकुलेटर की घोषणा करते हुए निर्माता बी जे पुरोहित का कहना है कि हमारी आने वाली फिल्म कैलकुलेटर एक ऐसी कहानी लेकर आ रही है, जो समाज के एक बहुत ही संवेदनशील और नजरअंदाज किए गए पहलू मानसिक स्वास्थ्य और उससे जुड़ी चुनौतियों पर आधारित है।
यह फिल्म उन लाखों परिवारों का दर्द बयां करती है, जो मानसिक बीमारियों से जूझ रहसिनेमागृहोमाज की अज्ञानता, अंधविश्वास और असंवेदनशीलता का शिकार हो रहे हैं। यह फिल्म मानसिक रोगों के प्रति जागरूकता फैलाने की कोशिश करती है, और यह संदेश देती है कि सही इलाज और हमदर्दी के बिना हम इस समस्या को हल नहीं कर सकते।
निर्देशक एम के शिवाक्ष फ़िल्म के बारे में बताते हैं कि फिल्म कैलकुलेटर बलात्कार जैसे संवेदनशील मुद्दे को भी बहुत गहराई से छूती है, ताकि समाज की सोच में बदलाव लाया जा सके और पीड़ितों को न्याय मिल सके। यह केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि एक अभियान है, एक आवाज है उन लोगों के लिए, जिनकी तकलीफों, दर्द को हमारा समाज समझने में असमर्थ रहा है। हमें आशा है कि यह फिल्म लोगों के दिलों को छूएगी और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सफल होगी।